- गबड़हा गांव निवासी दो किसानों की हत्या, धान के खेत में मिले दोनों के शव
-परिजनों ने छह घंटे तक शव उठने नहीं दिया, रखवाली करने खेत गए थे दोनों किसान
KANPUR :
मंगलवार देर रात डबल मर्डर से चौबेपुर में लोगों के दिल में दहशत और डर भर गया। यहां खेत की रखवाली करने गए दो किसानों की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी गई। सुबह उनकी मौत का पता चला तो परिजन समेत ग्रामीण भड़क गए। गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने शव को उठाने नहीं दिया। आईजी, डीएम और एसएसपी ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मुआवजे की मांग और थानेदार को हटाने की जिद पर अड़ गए। डीएम ने मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया। जिसके बाद करीब छह घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम भेजा गया। पुलिस ने शक के आधार पर पड़ोस के गांव के दो युवकों को हिरासत में लिया है। एसएसपी का कहना है कि थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों को वारदात के खुलासे के लिए लगाया गया है।
चौबेपुर के गबड़हा गांव निवासी विनीत कमल (30) और राजू कुरील (32) ने विकास नगर के राजकिशोर गुप्ता का खेत बटई पर लिया था। दोनों ने खेत में मक्के की फसल बोई थी। दोनों फसल की रखवाली के लिए रात को खेत जाते थे। मंगलवार शाम को भी दोनों साइकिल से खेत गए थे, लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचे। सुबह परिजनों को ग्रामीणों से पता चला कि दोनों की हत्या कर दी गई है। दोनों के शव सामने वाले धान के खेत में मिले।
धारदार हथियार से हत्या, एक को दौड़ाकर मारा
पुलिस को लहूलुहान हालत में दोनों के शव मिले थे। विमल के चेहरे पर धारदार हथियार के पांच से छह निशान मिले, जबकि राजू का शव 25 मीटर दूर मेड़ के पास पड़ा मिला। जिससे माना जा रहा है कि हमलावरों ने पहले विनीत पर हमला किया। जिसे देख राजू जान बचाने के लिए वहां से भागा, लेकिन हत्यारों ने उसको दौड़ाकर मेड़ के पास उसकी हत्या कर दी।
दुश्मनी से इंकार, अचानक झगड़े का शक
विनीत और राजू के परिजनों ने किसी से भी दुश्मनी से इंकार किया है। इससे पुलिस वारदात के पीछे मवेशियों के खेत में घुसने के विवाद का शक जता रही है। पुलिस के मुताबिक गांवों में अक्सर खेत में मवेशी छोड़ने पर ग्रामीणों का आपस में झगड़ा हो जाता है।
एक महीने में तीसरा मर्डर, थानेदार लाइन हाजिर
चौबेपुर में एक महीने में तीसरी हत्या हुई है। ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए थानेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस पर आईजी ने ग्रामीणों को थानेदार को हटाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद देर शाम एसएसपी ने थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया।