कानपुर (ब्यूरो)। पीएम सूर्यघर स्कीम लांच होने के बाद रूफटॉप सोलर कनेक्शन लेने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। केवल चार महीने में सोलर कनेक्शन की संख्या 2117 को पार कर गई है। जबकि पिछले 9 वर्ष में लगभग 1600 रूफटॉप सोलर कनेक्शन हुए थे। ऑनलाइन के साथ साथ ऑफलाइन आवेदन की सुविधा मिलने से कनेक्शन की संख्या तेजी से बढ़ी है।
सबस्टेशन में भी व्यवस्था
प्राइम मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी ने 13 फरवरी को पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लांच की थी। इसके लिए पहले ऑनलाइन अप्लाई करने की सुविधा दी गई थी। हालांकि बाद में पोस्ट ऑफिस में आवेदन की सुविधा शुरू की गई। वहीं केस्को ने भी ऑनलाइन अप्लाई न कर पाने वाले कन्ज्यूमर्स की मदद के लिए सबस्टेशन में व्यवस्था की। शायद यही वजह है कि इस स्कीम के अन्र्तगत रूफटॉप सोलर कनेक्शन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक स्कीम लांच होने के बाद अब तक 2117 सोलर कनेक्शन हो चुके हैं। लगातार ऑनलाइन व ऑफलाइन अप्लाई करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट से सब्सिडी
केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली स्कीम के अंर्तगत रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने पर सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट दोनों ही सब्सिडी दे रही हैं। एक किलोवॉट के सोलर प्लांट पर पर सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट दोनों की मिलाकर टोटल सब्सिडी 45 हजार रुपए है। इसी तरह 2 किलोवॉट के प्लांट पर दोनों गवर्नमेंट की सब्सिडी 90 हजार रुपए है। तीन से लेकर 10 किलोवॉट तक के रूफटॉप सोलर प्लांट में सब्सिडी 1.08 लाख रुपए है।
दो किलोवॉट के सबसे अधिक
ऑफिसर्स के मुताबिक सिटी में सबसे अधिक इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन दो किलोवॉट के है। इस वजह से सबसे अधिक रूफटॉप सोलर कनेक्शन दो किलोवॉट के ही हो रहे हैं। दो किलोवॉट पर सब्सिडी भी 90 हजार रूपए है, जबकि प्रोजेक्ट कास्ट 1.20 लाख रुपए है। दूसरे नंबर पर तीन किलोवॉट के रूफटॉप सोलर प्लांट हैं। ईएमआई के जरिए प्लांट की कीमत चुकाने सहित अन्य सहूलियतें व सरल किए जाने से संख्या और भी तेजी से बढऩे के दावे किए जा रहे हैं।
2015 में शुरू हुए थे
सिटी में रूफटॉप सोलर कनेक्शन का सिलसिला फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में शुरू हुआ था। इस फाइनेंशियल ईयर में 13 कनेक्शन हुए थे। हालांकि इसके बाद संख्या बढ़ती गई। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में सेंट्रल गवर्नमेंट ने सब्सिडी देनी शुरू की तो संख्या 500 के पार कर गई। यही हाल फाइनेंशियल 2023-24 में हुआ था। हालांकि 13 फरवरी 2014 को पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली स्कीम शुरू होने पर सबसे ज्यादा तेजी आई है।
दस स्क्वॉयर मीटर स्पेस
नेडा ऑफिसर्स के मुताबिक एक किलोवॉट का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए 10 स्क्वॉयर मीटर स्पेस चाहिए। इस प्लांट से परडे लगभग चार यूनिट इलेक्ट्रिसिटी का जेनरेशन होगा यानि की एक महीने में लगभग 120 यूनिट बिजली सोलर प्लांट के जरिए जेनरेट होगी।