- 37 महीने बाद पटरी पर आई कानपुर मेट्रो
- सीएम के बटन दबाते ही आईआईटी गेट के सामने शुरू हुआ मेट्रो ट्रैक के लिए काम
-- सीएम बोले, शिलान्यास नहीं मेट्रो कार्य का शुभारम्भ है, डेडलाइन भी हो चुकी डिसाइड
-- 30 नवंबर, 2021 से कानपुराइट्स को मिलने लगेगी मेट्रो की सुविधा
-- सेंट्रल से डीपीआर पास कराए बगैर 4 अक्टूबर, 2016 को कानपुर मेट्रो वर्क का पहले हुआ था शिलान्यास
KANPUR: शिलान्यास के कुछ समय बाद ही डिरेल हो गई कानपुर मेट्रो 37 महीने बाद फ्राईडे को पूरी रफ्तार के साथ पटरी पर लौट आई। क्योंकि यूपीएमआरसी के एमडी से लेकर केन्द्रीय मंत्री और चीफ मिनिस्टर तक ने नवंबर, 2021 से कानपुर में मेट्रो दौड़ने का दावा कर दिया है। फ्राइडे को चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ व सेंट्रल मिनिस्टर ऑफ स्टेट (इंडीपेंडेंट चार्ज) हरदीप सिंह पुरी ने बटन दबाकर आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो वर्क की शुरूआत की। इसके साथ ही आईआईटी गेट के सामने मेट्रो ट्रैक का पिलर बनाने के लिए रिग मशीन से खुदाई शुरू हो गई।
1967 करोड़ देगी सेंट्रल गवर्नमेंट
सेंट्रल गवर्नमेंट से पास न होने के बावजूद कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास 4 अक्टूबर, 2016 को किया गया था। शिलान्यास तत्कालीन सेंट्रल अरबन डेवलपमेंट मिनिस्टर व मौजूदा वाइस प्रेसीडेंट एम वेंकैया नायडू व तत्कालीन चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव आदि ने किया था। इसके साथ पॉलीटेक्निक में मेट्रो डिपो की बाउंड्रीवॉल बनाने का काम शुरू हुआ था, जो आज तक कम्प्लीट नहीं हो सका। इसके अलावा मेट्रो ट्रैक, स्टेशन या अन्य कोई काम शुरू नहीं हो सके। 2017 में मेट्रो की नई पॉलिसी के अनुसार कानपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सेंट्रल गवर्नमेंट ने यूपी गवर्नमेंट को लौटा दी थी। नई पॉलिसी के अनुसार डीपीआर रिवाइज कर जनवरी, 2019 को फिर से सेंट्रल गवर्नमेंट को सौंपी गई। 6 फरवरी को पब्लिक इंवेस्ट बोर्ड की मंजूरी के बाद 28 फरवरी, 2019 को सेंट्रल गवर्नमेंट की कैबिनेट ने पास किया। 27 मई को लेटर भी जारी कर दिया। इसके साथ ही 50 करोड़ रुपए भी जारी कर दिए गए। 11076 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सेंट्रल गवर्नमेंट 1967.33 करोड़ की फाइनेंशियल हेल्प करेगी।
लखनऊ से कम समय में
फ्राईडे को मेट्रो वर्क के शुभारम्भ के बाद चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी ऑडिटोरियम में पब्लिक मीटिंग की। उन्होंने कहा कि यह मेट्रो वर्क का शिलान्यास नहीं पूरी तैयारी के साथ शुभारम्भ है। डेडलाइन भी डिसाइड की जा चुकी है। लखनऊ में मेट्रो चलाने में 3 साल लग गए, लेकिन कानपुर के लोगों को नवंबर 2021 में यह मेट्रो की सुविधा मिलने लगेगी।