कानपुर (ब्यूरो)। कालिंदी एक्सप्रेस मामले का संदिग्ध मुजफ्फरनगर में ट्रेस हुआ है। वहां से वह दिल्ली की बस में बैठता दिखा है। ऐसे में अब पुलिस टीमें दिल्ली रवाना हो गई हैं। ये संदिग्ध वही मौलाना है, जो छिबरामऊ के स्वीट हाउस, टोल और शहर के ईस्ट जोन में ट्रेस हुआ था। मौलाना की तलाश में लगी एजेंसी के सूत्रों का दावा है कि मौलाना के हाथ लगते ही इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिलेगी। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को इससे बड़ी वारदात होने का इनपुट भी मिला है। लिहाजा, अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताते चलें कि हादसे की साजिश करने वालों का इनपुुट तो जांच एजेंसियों को मिल रहा है, लेकिन देर से। ऐसे में साजिशकर्ता हाथ नहीं लग रहे हैैं।
बस स्टेशन में ट्रेस हुआ मौलाना
हादसे के बाद एजेंसियों के मौलाना के ईस्ट जोन के होटल में रुकने की जानकारी मिली, जब मौलाना निकल गया तो टीम उसको ट्रेस करने में जुटी। अब जब मौलाना की फुटेज मुजफ्फरनगर के सहारनपुर लाडवाला बस स्टेशन पर मिली। यहां से मौलाना दिल्ली की बस में बैठते देखा गया। बस पुलिस ने अब दिल्ली का रुख कर लिया। टीम सहारनपुर लाडवाला बस अड्डे से दिल्ली के रूट को ट्रेस कर रही है। वहीं, रेलवे टिकट कोलकाता का मिलने की वजह से एक टीम कोलकाता के रेलवे स्टेशन के फुटेज खंगाल रही है। सूत्रों की माने तो कानपुर से मौलाना मुजफ्फर नगर पहुंचा। वहां 18 घंटे शेल्टर लेने के बाद दूसरे प्रदेश के लिए निकला। बस स्टॉप से मिले फुटेज के आधार पर एजेंसी लगातार उसकी ट्रे्सिंग में जुटी हैैं।
28 लोगों से पूछताछ
डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने मक्कापुरवा समेत 8 गांव खंगाले हैैं। 8 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए गए हैैं और 28 लोगों से पूछताछ की गई है। कुछ लोगों ने अहम जानकारी दी है। जबकि कुछ लोगों ने फेक जानकारियां दी थीं। जो जानकारियां मिल रही हैैं उनको चेक करने के बाद ही उनपर आगे काम किया जा रहा है।
पोल टू पोल पेट्रोलिंग
कमिश्नरेट पुलिस ने पोल टू पोल पेट्रोलिंग का ब्लू प्रिंट बना लिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सनसेट के बाद से सनराइज तक एक दारोगा और दो सिपाही पेट्रोलिंग के लिए लगाए गए हैैं। ट्रैक, पुलिया और फ्लाईओवर पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार गश्त करेंगी और ट्रैक पर संदिग्ध मिलने वालों से पूछताछ की जाएगी।
आधा दर्जन जिलों में जाकर टीमें कर रही पूछताछ
एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि कानपुर कमिश्नरेट की टीमें कई जिलों में जाकर लोगों से जानकारी ले रही हैैं। फर्रुखाबाद, एटा, अलीगढ़ और प्रयागराज समेत कई जिलों में पुलिस इस तरह के मामलों को खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक लोको पायलट, असिसटेंट लोको पायलट, क्रॉसिंग पर मौजूद रेल कर्मी समेत चार लोगों को नोटिस भेजा गया है, इन चारों के बयान दर्ज किए जाने हैैं।
चंडीगढ़ भेजे जाएंगे साबरमती हादसे के सैंपल
16 अगस्त को साबरमती हादसा हुआ था, जिसमें मौके से सैैंपल कलेक्ट करने के बाद लखनऊ की एफएसएल में भेजे गए थे। 10 सितंबर को सैैंपल जैसा का तैसा रिमाइंडर भेजने पर वापस आ गया। नोट लिखकर आया कि एफएसएल की वह मशीन जिससे जांच होनी है, खराब पड़ी है। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अब ये सैैंपल चंडीगढ़ की सेंट्रल एजेंसी में जांच के लिए भेजा जाएगा, वहीं कई जगह से बीटीएस (बेस ट्रांसमिशन रिसीवर) कलेक्ट की गई है। जिस पर कई टीमें काम कर रही है। पुलिस की कई टीमें मौके से मिले इविडेंस पर काम कर रही हैैं।
शक के घेरे में शाहरुख, डॉन बनने का था शौक
कालिंदी एक्सप्रेस हादसे मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने कानपुर के शाहरूख से पूछताछ की थी। इसके बाद इसे छोड़ दिया गया था। एजेंसियों ने उसकी जांच पड़ताल की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए। उस पर आगरा, कन्नौज, फतेहपुर और इटावा में कई मुकदमे दर्ज हैं। ज्यादातर मामले चोरी और लूट के बताए जा रहें। इतना ही नहीं शाहरूख के संपर्क जिनसे थे, वह भी अपराधिक मानसिकता से जुड़े हैं।
कई जिलों में दर्ज हैैं शाहरुख पर केस
हाल ही में उसकी एक फोटो प्रचलित हुई है जिसमे एक युवक पर पिछले साल दिसंबर में काकादेव पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। युवक ने अपने साथियों के साथ दवा कारोबारी के घर पर हमला कर फायङ्क्षरग की थी। इस घटना में कारोबारी समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। कारोबारी की ओर से बुलेट के खोखे पुलिस को मुहैया कराए गए। ऐसे में जांच एजेंसियां शाहरूख के संपर्कों को भी तलाश रहीं हैं।
एनआईए खंगाल रही संपर्क
शाहरूख बिजली मिस्त्री था। बिजली सही करते करते उसे डान बनने का शौक चढ़ गया। ऐसे में वह खुद अपराध में लिप्त हुआ तो साथी संगति भी ऐसी ही बना ली। उसके साथ जिन दोस्तों की फोटो वायरल हुई है। उसमें कल्याणपुर कला का रहने वाला भी एक युवक है, जिस पर पिछले दिनों एक कारोबारी के घर पर हमला करने का मुकदमा दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं, शाहरूख के कई और ऐसे लोगों से संबंध बताए जा रहे हैं जो आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं। एनआईए उसके संपर्कों को भी तलाश रही है।
पुलिस को सेल्फ रेडीक्लाइज की आशंका
काङ्क्षलदी एक्सप्रेस की घटना को पुलिस सेल्फ रेडीक्लाइज (आतंक से प्रेरित वीडियो देखकर घटना अंजाम देना) से जोडक़र देख रही है। पुलिस का मानना है कि पूर्व में ऐसी कई वारदातें हुई हैं जिसमें सेल्फ रेडीक्लाइज होने की बात सामने आई है। इस विषय को लेकर भी जांच चल रही है। इसी कारण से अभी तक कोई ठोस तथ्य सामने नहीं आ रहे हैं।