कानपुर (ब्यूरो)। अगर आप किसी हॉस्पिटल, स्कूल या मॉल का संचालन कर रहे हैैं तो एक आर चेक कर लें कि नॉम्र्स के मुताबिक सभी मानक पूरे हैं या नहीं? अगर नहीं तो अलर्ट हो जाइए और संबंधित विभाग से मानक पूरे करने के बाद एनओसी ले लीजिए। क्योंकि दिल्ली के अस्पताल और राजकोट के गेमिंग जोन में आग लगने से 30 से ज्यादा मौतों और शहर में भी लगातार हो रही आगजनी की घटनाओं को देखते हुए शासन के निर्देश पर कमिश्नरेट पुलिस और फायर ब्रिगेड ने संयुक्त अभियान शुरू किया है। ये अभियान दस दिन तक चलेगा। अगर मानक पूरे नहीं मिले तो सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें। सीजिंग की भी कार्रवाई हो सकती है।
रहने वालों का वेरीफिकेशन
पुलिस और फायर विभाग की संयुक्त टीम पॉश इलाके में तनी हाईराइज बिल्डिंग्स में आग से बचाने के इक्विपमेंट्स तलाशेगी और उनकी वैलिडिटी चेक करेगी। अभियान के साथ ही कमिश्नरेट पुलिस ने अवैद्य बस्तियों पर भी अपनी निगाह टेढ़ी कर दी है, यहां रहने वालें का वेरीफिकेशन कराया जाएगा, जो भी अवैद्य रूप से रहता या अवैध कारोबार करता पाया जाएगा उसपर कार्रवाई होगी। वेस्ट जोन स्थित कल्याणपुर की सीटीएस बस्ती, राजीव नगर की अवैद्य बस्ती, रावतपुर की मलिन बस्ती, बिठूर, चौबेपुर, पनकी, शिवराजपुर और बिल्हौर की लगभग एक दर्जन बस्तियां पुलिस के राडार पर हैैं।
इन बस्तियों पर निगाह
अगर साउथ जोन की बात करें तो किदवई नगर, बर्रा, नौबस्ता, झकरकटी, सचेंडी, घाटमपुर की नौ बस्तियां पुलिस के राडार पर हैैं। सेंट्रल जोन की बात की जाए तो फजलगंज, काकादेव में अवैद्य तरीके से रहने वाले लोग, सीसामऊ की आठ बस्तियां हैैं। अगर बात ईस्ट जोन की हो तो घंटाघर के पास तमाम लोग कब्जा करके रह रहे हैैं। इनकी भी जांच की जाएगी। शहर की लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भी यह कवायद की जा रही है।