कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में इन दिनों ऐसा लग रहा है, जैसे आसमान से आग बरस रही है। जबरदस्त हीटवेव के कारण डे टेम्प्रेचर ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। सीएसए मेट सेक्शन के मुताबिक, 1972 से अब तक कभी भी 17 मई को इतना अधिक डे टेम्प्रेचर दर्ज नहीं हुआ है। मंगलवार को सीएसए मेट सेक्शन में मैक्सिमम टेम्प्रेचर 45.8 डिग्र्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं चकेरी एयरफोर्स स्टेशन में डे टेम्प्रेचर 47.--- डिग्र्री सेल्सियस रहा। वेदर एक्सपर्ट फिलहाल 20 जून तक ऐसे ही हीटवेव जारी रहने की संभावना जता रहे हैं।

रात में भी राहत नहीं
इन दिनों पड़ रही जबरदस्त गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। सीएसए मेट सेक्शन के मुताबिक, चार दिनों से डे टेम्प्रेचर 45 डिग्र्री सेल्सियस के पार बना हुआ है। मंगलवार को 46 डिग्र्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। जो कि नॉर्मल टेम्प्रेचर से 5.2 डिग्र्री सेल्सियस अधिक रहा। यही नहीं नाइट टेम्प्रेचर भी लगातार नॉर्मल से अधिक रहने से कारण लोग बेहाल हैं। मंगलवार को नाइट टेम्प्रेचर 30.8 डिग्र्री सेल्सियस रहा, जो कि नॉर्मल से 3.6 डिग्र्री सेल्सियस अधिक रहा।

जानलेवा साबित हो रही
जबरदस्त तपिश के कारण सिटी में रोज ही कई स्थानों पर डेडबॉडी मिल रही हैं। ज्यादातर मौतों की एक बड़ी वजह हीटवेव साबित हो रही है। वहीं हैलट, उर्सला, काशीराम सहित अन्य हॉस्पिटल्स में भी हीटस्टोक, स्किन, डायरिया सहित गर्मी से रिलेटेड बीमारियों के पेशेंट्स की लाइन लगी हुई है। डेली कई सीरियस पेशेंट्स को एडमिट तक करना पड़ रहा है।

नहीं हुई प्री मानसून रेनफॉल
सीएसए मेट सेक्शन के एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसबार गर्मी में अब तक प्री मानसून रेनफॉल नहीं हुई। न ही पिछले वर्षो की तरह आंधी व बरसात हुई है। इसी वजह से पिछले वर्षो में मिड जून के बाद टेम्प्रेचर डाउन हो जाता था और गर्मी से कुछ समय के लिए राहत मिल जाती थी। लेकिन इस वर्ष अब तक एक भी प्री मानसून रेनफॉल नहीं हुई है।



17 जून का हाल
ईयर-- मैक्सिमम टेम्प्रेचर
2024-- 45.8
2023-- 41.8
2022-- 39.4
2021-- 35.0
2020-- 35.8
2019-- 39.4
2018-- 41.8
2012--43.8
2005-- 43.8
1996-- 44.0
1981-- 45.0
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मैक्सिमम टेम्प्रेचर का हाल
डेट- सीएसए)-
17 जून-- 45.8
16 जून-- 45.2
15 जून-- 45.0
14 जून-- 45.2
13 जून-- 43.8
12 जून-- 44.8
11 जून---44.0