कानपुर (ब्यूरो)। शिवराजपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश को दस दिन बीत चुके हैं। पुलिस के पास आरोपी का सुराग तो दूर वह हो कौन सकता है इसकी जानकारी तक उपलब्ध नहीं है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामले में अत्याधिक प्रयास किया जा रहा है मगर कहीं से कोई सुराग हाथ नहीं लग पा रहा। पुलिस ने इस मामले में अब तक सैकड़ा पार लोगों से पूछताछ कर ली है। सैकड़ों फुटेज देख डाले। यहां तक कि जो नम्बर डम्प में कुछ संदिग्ध लग भी रहे थे उनकी भी जांच पड़ताल कर ली मगर हाथ कोई भी ऐसा तथ्य नहीं लगा जिससे केस खुलासे में मदद मिल सके।
संदिग्धों से भी नहीं मिली जानकारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन दस दिनों में 130 लोगों से पूछताछ की गई। जिसमें से कुछ लोगों को दो से तीन दिन तक लगातार पूछताछ हुई मगर पता कुछ भी नहीं चला। 500 से ज्यादा सीसी टीवी फुटेज देखे गए मगर उसमें भी संदिग्धों को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
मोबाइल नम्बरों में भी मिले कमाल के केस मगर काम का एक भी नहीं
डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जो मोबाइल नम्बरों का डाटा अब तक डम्प किया है उसमें कुछ नम्बर ऐसे मिले जिन्हें देखकर लगा कि संदिग्ध हो सकते हैं मगर उनकी कहानी भी दूसरी ही निकली। एक युवक का प्रतिदिन मुंडेरी गांव में आना जाना था क्योंकि वहां पर उसकी फैक्ट्री का गोदाम बना हुआ है। एक लडक़ा लडक़ी का साथ में लोकेशन मिला जो कि वहां पर ऐसे ही घूमने आ गए थे। इसी तरह के एक बिल्हौर के युवक का नम्बर भी मिला है। डीसीपी के मुताबिक जल्द मामले में खुलासा करने का प्रयास किया जा रहा है।