कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur Crime News: सजेती के जल्ला गांव में शराब पीकर घर आए युवक ने खूंटी पर टंगी पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुन जब तक फैमिली मेंबर्स वहां पहुंचे तो युवक खून से लथपथ तड़प रहा था। बंदूक का ट्रिगर पैर के अंगूठे में फंसा हुआ था, पुलिस ने बंदूक कब्जे में लेकर शव को एटॉप्सी के लिए भेजा है। इस सनसनीखेज घटना के पीछे शराब पीकर घर आने पर परिवार वालों का फटकारना सामने आया है। फैमिली मेंबर्स के मुताबिक मृतक शराब का लती था, रोज शराब को लेकर घर में विवाद होता था। गुरुवार को भी मृतक ने सुबह घर वालों को बिना बताए एक बोरा गेहूं बेच दिया था, जिसके बाद परिवार वालों ने कहीं जाकर मरने का ताना दिया था। जिसे युवक बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने शराब ने नशे में जान दे दी।
शराब पीकर लौटने की वजह से हुआ था विवाद
सजेती थाना क्षेत्र के जल्ला गांव निवासी 35 साल का अरविंद सिंह प्राईवेट नौकरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। शुक्रवार सुबह युवक घर में रखा एक बोरी में गेहूं बेचने को घर से निकला था। गेंहू बेचने के बाद रुपए से युवक ने शराब पी और घर लौट आया। परिवार वालों ने बताया कि शराब पीकर आने की वजह से घर में रोज की तरह विवाद हुआ था और अरविंद से काम पर न जाने की वजह पूछी जा रही थी। इसी दौरान परिवार वालों ने ताना मारा कि कहीं जाकर मर क्यों नहीं जाता है।
पिता की डीबीबीएल से मार ली खुद को गोली
परिवार वालों की डांट फटकार सुनने के बाद अरविंद घर के अंदर चला गया और खूंटी पर टंगी पिता लाल सिंह को डीबीबीएल गन (दोनाली बंदूक) का ट्रिगर पैर में फंसाकर बैरल (नली) कनपटी पर लगा ली। चंद सेकेंडों में पैर के इशारे से गोली चली और कनपटी उड़ गई। अरविंद की मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर फैमिली मेंबर्स पहुंचे। पड़ोसी भी इकठ्ठा हो गए। अंदर जाकर देखा तो अरविंद का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था। सजेती पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल करने के साथ युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सजेती थाना प्रभारी ने बताया कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की जांच पड़ताल की जा रही है। परिवार वालों ने बताया कि अरविंद की शादी हमीरपुर में रहने वाली युवती के साथ लगभग बारह साल पहले हुई थी। उसके परिवार में तीन बच्चे हैैं। घटना के बाद से पत्नी बच्चो समेत फैमिली मेंबर्स का रो रोकर बुरा हाल है।
फॉरेंसिक टीम को मिले ये इविडेंस
12 बोर की बंदूक से अरविंद ने वारदात को अंजाम दिया है। जिस तरफ से बुलेट की इंट्री हुई है, वहां ब्लैकनिंग मिली है। दरअसल बंदूक की नाल कनपटी में सटाने के बाद पैर से इशारा किया गया है। दाहिने पैर के अंगूठे मे ट्रिगर का दबाव भी दिखाई दिया है और गोली लगने के बाद भेजा छितराया हुआ और दीवारों पर खून के निशान भी मिले है। बंदूक के बट पर लगे हुए कार्टेज और दूसरी नाल में फंसा हुआ कारतूस भी जांच टीम ने अपने कब्जे में लिया है।
लापरवाही से खूंटी पर टंगी थी बंदूक
बंदूक लेने से पहले जो नियम होते हैैं। उनमें ये साफ होता है कि वेपन रखने की जगह सुरक्षित है या नहीं, वेपन की बट पर कभी कार्टेज न रखने के लिए भी कहा जाता है और वेपन कभी लोड करके रखने के लिए नहीं कहा जाता है। लेकिन इस मामले में इन तीनों नियमों का पालन अरविंद के पिता ने नहीं किया। प्रभारी निरीक्षक सजेती ने बताया कि बंदूक कब्जे में लेकर लाइसेंस कैंसिलेशन के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है। बंदूक मालिक के खिलाफ लापरवाही से वेपन रखने की कार्रवाई की जाएगी।