कानपुर (ब्यूरो)। सडक़ किनारे वाहन खड़ा करने की समस्या शहर में आम होती जा रही है। सडक़ें संकरी होने से जाम की समस्या दिनों दिन बढ़ रही है। कहीं भी वाहन खड़ा करने की शहरवासियों की इस आदत पर लगाम लगाने के लिए यातायात विभाग बड़ी संख्या में क्रेन लेकर आ रहा है। तीन बड़ी और 20 छोटी क्रेन लगाकर इस समस्या का समाधान किया जाएगा। अगर सडक़ किनारे वाहन खड़ा किया तो तुरंत क्रेन उठा ले जाएगी। नो पार्किंग और टोइंग चार्ज देने के बाद ही वाहन रिलीज होगा। प्रस्ताव तैयार हो रहा है, जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।

एजेंसियों की मदद ली जाएगी
वर्तमान में यातायात विभाग के पास छह क्रेन हैं जो नगर निगम द्वारा मुहैया कराई गई हैं। इनमें दो क्रेन घंटाघर और रामादेवी पर मौजूद रहती हैं जबकि चार क्रेनों को चार जोन में लगाया गया है। वर्तमान में इनकी उपयोगिता दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों को उठाने तक ही सीमित रह गई है। अब एक बार फिर यातायात विभाग क्रेनों के लिए एजेंसी नामित करेगा। एजेंसी की क्रेनें अवैध तरीके से सडक़ किनारे खड़े वाहनों को उठाकर निर्धारित डंङ्क्षपग ग्राउंड में खड़ा करेंगी। नो पार्किंग और टोइग चार्ज वसूलने के बाद ही गाड़ी रिलीज की जाएगी। नो पार्किंग का चार्ज 500 से 1500 रुपये और टोईंग चार्ज 200 से 700 रुपये तक वसूला किया जाएगा।

यहां अवैध तरीके से पार्क होते हैं वाहन
जीटी रोड में रामादेवी, टाटमिल, अफीम कोठी, जरीब चौकी,गोल चौराहा, रावतपुर, कल्याणपुर, नरोना चौराहा, फूलबाग, मूलगंज, मरियमपुर अस्पताल, गोल चौराहा, मर्चेंट चैंबर, स्वरूप नगर, कंपनी बाग, पनकी, भौती, फजलगंज, विजय नगर, किदवई नगर, गोङ्क्षवद नगर, नौबस्ता, बर्रा, बारादेवी, जूही में सडक़ किनारे लोग वाहन खड़ा करते हैं।
इन बाजारों में भी खड़े होते हैं वाहन
पीरोड, गुमटी, कलक्टरगंज, नयागंज, बिरहाना रोड, चौक, मेस्टन रोड, लाटूश रोड, हालसी रोड, नई सडक़, पीपीएन मार्केट, चावला मार्केट, लालबंगला और कर्रही समेत शहर की सभी बाजारों में खरीदारी करने वाले सडक़ या फिर गलियों में ही वाहन खड़ा करते हैं।


25 रोडवेज बसों पर की कार्रवाई
एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह और एसीपी ट्रैफिक सृष्टि सिंह ने झकरकटी बस अड्डे का निरीक्षण किया। बस अड्डे के बाहर सवारी उतारने और भरने वाली 25 रोडवेज बसों के खिलाफ कार्रवाई की गई। एसीपी ने रामादेवी फ्लाईओवर के नीचे लगने वाली सब्जी मंडी का निरीक्षण किया। एडीसीपी ट्रैफिक ने घंटाघर का निरीक्षण किया। चेकिंग के दौरान 45 नाबालिग ई रिक्शा चलाते हुए पकड़े गए। 134 ई-रिक्शा के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई।