कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur News: देश की साइबर सिक्योरिटी के लिए आईआईटी कानपुर के सी3आईहब ने साइबर कमांडो ट्रेनिंग प्रोग्राम को शुरू किया है। यह छह महीने का एक विशेष रेजिडेंशियल कोर्स है जो पार्टिसिपेंट्स को साइबर सिक्योरिटी में अत्याधुनिक कौशल से लैस करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह पहल केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आईसीसीसीसी) के बीच बीच सहयोग का परिणाम है। लॉन्च समारोह में आईसीसीसीसी गृह मंत्रालय के सीईओ राजेश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर मयंक घिल्डियाल, सी3आईहब आईआईटी की अंतरिम सीईओ और सीओओ डॉ। तनिमा हाजरा, सीएफओ एके मिश्रा और सीएसओ रोहित नेगी रहे।
क्या खास है इस कोर्स में
-छह महीने का स्पेशल रेजिडेंशियल कोर्स तैयार किया गया है
-साइबर सिक्योरिटी मेें स्किल्ड फोर्स को तैयार करना मकसद
-डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
-साइबर खतरों की बढ़ती जटिलता का जवाब देने में सक्षम होगी
-देश के लिए एक एक्टिव साइबर सिक्योरिटी सिस्टम डेवलप होगा
तैयार होंगे ट्रेंड साइबर कमांडो
साइबर कमांडो ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत स्टेट, यूटी और सेंट्रल पुलिस आर्गेनाइजेशन के अंदर ट्रेंड साइबर कमांडो की एक स्पेशल यूनिट बनाई जाएगी। यह ट्रेंड साइबर कमांडो डिजिटल स्पेस की सुरक्षा में स्टेट, यूटी और सेंट्रल एजेंसियों की हेल्प करेंगे। आईआईटी कानपुर के ऑफिसेटिंग डायरेक्टर प्रो। अमलेंदु चंद्रा ने कहा कि साइबर कमांडो ट्रेनिंग भारत के अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। सी3आईहब, आईसीसीसीसी और सेंट्रल होम अफेयर्स के बीच यह सहयोग देश के सामने आने वाले साइबर खतरों की बढ़ती जटिलता का जवाब देने में सक्षम, एक हायर स्किल्ड वर्क फोर्स डेवलप करने के हमारे ज्वाइंट कमिटमेंट को दर्शाता है।
एक्टिव साइबर सिक्योरिटी सिस्टम
आईआईटी के सी3आईहब के प्रोग्राम डायरेक्टर प्रो। संदीप के। शुक्ला ने कहा कि यह ट्रेनिंगव प्रोग्राम केवल नॉलेज देने के लिए नहीं बल्कि देश के लिए एक एक्टिव साइबर सिक्योरिटी सिस्टम डेवलप करने के लिए है। ये प्रोफेशनल सुरक्षा आकलन करने से लेकर साइबर घटनाओं का जवाब देने तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे संस्थान अच्छी तरह से संरक्षित हैं।
38 अफसर ले रहे ट्रेनिंग
विभिन्न सेंट्रल और स्टेट पुलिस फोर्स के कुल 38 अफसर इस ट्रेनिंग में भाग ले रहे हैैं। पार्टिसिपेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के विविध पहलुओं में व्यापक, व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उन्हें जटिल साइबर खतरों से निपटने, सुरक्षा घटनाओं का प्रबंधन करने और कई क्षेत्रों में मजबूत रक्षा तंत्र को लागू करने में मदद मिलेगी।