कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur Crime News: करवाचौथ वाले दिन जहां एक ओर शहर में सभी लोग तैयारियों में जुटे थे। पत्नी भूखी प्यासी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखे हुए थे तो वहीं पति भी पत्नी के लिए गिफ्ट खरीद रहा था। इसी बीच एक शादीशुदा महिला ने पति की बेरुखी के चलते मौत को गले लगा लिया। दरसअल, रायपुरवा के होटल एवरग्रीन के कमरा नंबर 104 में महिला ने फांसी लगाकर जान दी है। बताया जा रहा है कि पति के छोड़ देने की वजह से वह डिप्रेशन में थी। वहीं, जिस पति के लिए उसने परिवार छोड़ा था, उन्होंने भी उससे मुंह मोड़ लिया था। इसी के चलते उसने सुसाइड जैसा खौफनाक कदम उठा लिया।
पति जेल गया तो जमानत कराई
रायबरेली के बेहटा कलां के नसीर शाह की बेटी तहरुन्निशा (27) 14 साल पहले पड़ोसी विनोद साहू के साथ चली गई थी। नसीर ने विनोद के खिलाफ लालगंज थाने में बेटी को भगा ले जाने का केस दर्ज कराया था। नौ साल बाद दोनों दो बच्चों के साथ वापस बेहटा कलां पहुंचे। लेकिन दोनों के परिवार वालों ने उन्हें अपनाने से मना कर दिया। वहीं, चूंकी विनोद पर मुकदमा दर्ज था। ऐसे में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तहरुन्निशा के बयान के बाद विनोद जमानत रिहा हुआ लेकिन इसके बाद उसने तहरुन्निशा से रिश्ता तोड़ दिया और दोनों बच्चों को लेकर चला गया।
पति के जाने बाद अकेली पड़ी
ऐसे में तहरुन्निशा बिल्कुल अकेली पड़ गई। वह इधर-उधर भटकती रही। करीब ढाई साल पहले उसकी मुलाकात दबौली गांव के बीजेपी नेता राज सागर से हुई। दोनों में दोस्ती हो गई। राज सागर ने उसे गुजैनी में बुटीक खुलवा दिया, जिससे उसका खर्च चलने लगा। कुछ दिनों बाद दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद तहरुन्निशा और राज सागर पति-पत्नी की तरह रहने लगे। वहीं, तहरुन्निशा अपने माता-पिता को मनाने की कोशिश करती रही।
20 नवंबर को होनी थी शादी
इधर, कुछ दिन पहले तहरुन्निशा को पता चला कि 20 नवंबर को उसके भाई और बहन की शादी होने वाली है। वह तीन दिन पहले अपने गांव बेहटा कलां पहुंची। लेकिन उसकी मां ने उसे घर से भगा दिया। साथ ही किसी तरह से संबंध न रखने के लिए कहा। इसके चलते तहरुन्निशा काफी परेशान हो गई। उधर, राज सागर को जब इसकी जानकारी तो वह तहरुन्निशा से मिलने पहुंचा। राज सागर ने बताया कि तहरुन्निशा बहुत डिस्टर्ब थी। वह फांसी लगाकर जान देने की बात कर रही थी। उसने उसे काफी समझाया।
मैनेजर ने दी पुलिस को सूचना
तहरुन्निशा अक्सर रायपुरवा के एवरग्रीन होटल में रुकती थी। सैटरडे की रात राज सागर ने होटल मैनेजर को कॉल कर कमरा न देने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही तहरुन्निशा ने होटल के कमरा नंबर 104 में चेकइन कर लिया था। देर रात साागर तहरुन्निशा को फोन पर उसे समझाता रहा।
नहीं खुला रूम
होटल मैनेजर ने बताया कि संडे दोपहर बाद तक रूम नहीं खुला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोडक़र कमरे में गई तो तहरुन्निशा का शव दुपट्टïे के सहारे पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर राज सागर को जानकारी दी।