कानपुर (ब्यूरो)। हरबंश मोहाल थाने के सरकारी आवास में 14 साल से अवैध रूप से कब्जा करके रह रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर सत्य नारायन शुक्ला से सरकारी आवास खाली कराया गया। इसके पहले उन्हें कई बार नोटिस दिया जा चुका था, उन पर 44 लाख 47 हजार 800 रुपये किराया बाकी हो गया था। फ्राइडे को जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आवास खाली कराने पहुंचे तो उन्हें रिटायर्ड इंस्पेक्टर के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने जमकर हंगामा किया लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी और जबरन आवास खाली करा लिया।


140 पुलिसकर्मियों को नोटिस
पुलिस लाइन के 14 और शहर के सभी थानों में बने 126 आवासों पर जिले से बाहर तैनात और रिटायर्ड पुलिसकर्मियों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। जिसकी वजह से दूसरे जनपदों से आए पुलिस कर्मियों के परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोई किराये पर तो कोई रिश्तेदारों के घर डेरा जमाए हुए हैं। दूसरे जनपदों से आए पुलिसकर्मियों ने जब आवास की मांग की तो आवास खाली न होने की बात कही गई। बीते दिनों एडिशनल सीपी हेडक्वार्टर ने जब इसकी समीक्षा कराई तो पता चला कि बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी अवैध रूप से सरकारी आवासों पर कब्जा किए हैैं। जिसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई।

कमिश्नरेट में पहली कार्रवाई फ्राइडे को हुई
डीसीपी ईस्ट ने बताया कि रिटायर्ड इंस्पेक्टर सत्यनारायण शुक्ला को नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद नियमानुसार फ्राइडे को एसीपी कैंट, एसीपी कलक्टरगंज और एसीएम-4 की मौजूदगी में कब्जा खाली कराया गया। पुलिस इसे विभाग के नियमों के अनुसार वसूल करेगी। इसके लिए मुख्यालय से लिखा पढ़ी कराई गई है।

रिटायर्ड इंस्पेक्टर रिटायरमेंट के बाद 7 साल से और आवास में 14 साल से कब्जा किए थे। नियमानुसार उनसे आवास खाली कराया गया है। अन्य पुलिस कर्मियों को भी नोटिस जारी की गई है।
एसके सिंह, डीसीपी ईस्ट, कानपुर कमिश्नरेट