कानपुर (ब्यूरो)। भौंती हाईवे पर मंडे सुबह भीषण सडक़ हादसा हुआ। दो डंपरों के बीच फंसकर कार चकनाचूर हो गई। जिससे कार सवार चार इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स सहित पांच की मौत हो गई। हादसे के बाद कार की छत और बॉडी काटकर पांचों के शव निकाले गए। पुलिस ने सभी को हैलट अस्पताल भेजा। पोस्टमार्टम के बाद सभी की डेडबॉडी परिजनों को सौंपी गई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कार बुरी तरह से दोनों डंपरों के बीच फंसी हुई थी। ऐसे में काई बाहर नहीं निकल पा रहा था। कार के अंदर से चीखने चिल्लाने और दर्द से कराहने की आवाजें आ रही थीं। सात से आठ मिनट के बाद आवाजें आना बंद हो गईं। तभी पुलिस पहुंची और रेस्क्यू का काम शुरू किया।
दूसरे डंपर ने कार को पीछे से रौंद दिया
सनिगवां निवासी विजय साहू सचेंडी के इंजीनियरिंग कॉलेज के चार स्टूडेंट्स को ऑल्टो कार से छोडऩे और लेने जाते थे। रोज की तरह ही मंडे सुबह 8:30 बजे उन्होंने बीटेक स्टूडेंट आयुषी (18), गरिमा (19), सतीश (21) और प्रतीक (22) को घर से लिया। वह चारों को कार से कॉलेज छोडऩे जा रहे थे। नौबस्ता बाईपास पर ट्रैफिक था। लिहाजा, कार स्लो स्पीड से जा रही थी। पनकी स्थित मर्जिंग प्वाइंट पर एक डंपर कुछ स्लो हुआ तो कार पीछे से डंपर में घुस गई। इसी बीच तेज रफ्तार दूसरे डंपर ने कार को पीछे से रौंद दिया। जिससे कारों दोनों डंपरों के बीच में फंस गई।
सात से आठ मिनट सुनाई दी चीखें
हादसे के प्रत्यक्षदर्शी जुगराजपुर निवासी विश्वास शुक्ला ने बताया कि वह कल्याणपुर काम करने जा रहा था, उसने देखा कि दो ट्रकों के बीच कार फंसी हुई थी। उसने बताया कि सात से आठ मिनट तक चीख पुकार मची रही, लडक़े और लड़कियों की चीख सुनाई देती रही, सभी असहनीय दर्द की वजह से चीख रहे थे। सात से आठ मिनट में आवाजें आना बंद हो गईं। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। तब तक लोगों ने आगे वाला डंपर आगे धक्का देकर बढ़ा दिया था। पुलिस और फायर विभाग की टीम ने मिलकर रेस्क्यू किया और सभी डेड बॉडीज को हैलट भेज दिया।
बैग और किताबों से हुई पहचान
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने बैग और यूनीफार्म देखकर संस्थान में हादसे की जानकारी दी। संस्थान के स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर चारों की पहचान की और फैमिली मेंबर्स को हादसे की जानकारी दी। एक-एक कर ड्राइवर समेत पांचों की फैमिली हैलट अस्पताल में पहुंची और मृतकों की पहचान की। धीरे धीरे सारे परिवारों के रिश्तेदार और मिलने वाले भी एटॉप्सी सेंटर पहुंच गए और कोहराम मच गया।
तीन घंटे तक एलिवेटेड रोड से हाईवे तक लगा लंबा जाम
हादसे के बाद दोनों डंपर और कार को अलग करने में कानपुर देहात की तरफ जाने वाला ट्रैफिक रोक दिया गया। जिससे तीन लेन में हैवी और लाइट ट्रैफिक रुक गया। प्रयागराज और लखनऊ से आने वाला ट्रैफिक जहां का तहां रुक गया। वहीं पनकी की तरफ से आने वाला ट्रैफिक भी पुल के नीचे से निकाला जाने लगा। जिससे ट्रैफिक का लोड बढ़ गया। वहीं एलिवेटेड रोड बंद होने की वजह से ट्रैफिक नीचे से भेजा जाने लगा, इस वजह से इस रोड पर भी लोड बढ़ गया। तीन तरफ का ट्रैफिक आकर फंसा तो पुलिस के पसीने छूट गए। एसीपी अमरनाथ, एसीपी शिखर और सचेंडी व पनकी की पुलिस के साथ ट्रैफिक की बड़ी टीम लगाई गई। हादसे में फंसे वाहन हाईवे से किनारे किए गए, जिसके बाद दिन में 12:30 बजे ट्रैफिक शूरू हो पाया।