कानपुर (ब्यूरो)। मौसम में बदलाव की वजह से बॉडी की इम्यूनिटी पॉवर कमजोर हो रही है। ऐसे में हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के साथ ही चिकनपॉक्स समेत कई वायरल बीमारियों की चपेट में बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। लिहाजा हैलट, उर्सला व कांशीराम हॉस्पिटल की स्किन डिपार्टमेंट की ओपीडी के साथ मेडिसिन डिपार्टमेंट की ओपीडी में पेशेंट की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस एक ऐसा वायरस है जो संक्रमण का कारण बनता है। यह बहुत संक्रामक है। यह वायरस आमतौर पर होठों के आस-पास या मुंह के अंदर घाव पैदा करता है जिसे कभी-कभी बुखार के छाले या कोल्ड सोर कहा जाता है।
क्या होता है हर्पीज सिम्प्लेक्स
हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस &एचएसवी&य अत्यधिक संक्रामक है। यह स्किन से स्किन के संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। हर्पीज सिम्प्लेक्स संक्रमण तब होता है। जब वायरस आपकी स्किन और म्यूकोरा के माध्यम से आपके बॉडी में इंट्री करता है। वायरस आपकी कोशिकाओं को उपयोग करके अपनी प्रतियां बनाता है। बॉडी में यह वायरस तक एक्टिव होता है। जबकि आपकी बॉडी का इम्यूनिटी कमजोर होती है। यानि की बदलते मौसम, बुखार व अधिक स्ट्रेस लेने के दौरान यह वायरस बॉडी को अपना शिकार बनाता है।
एचएसवी व चिकनपॉक्स के एक दर्जन पेशेंट डेली
एचएसवी व चिकनपॉक्स के पेशेंट हैलट के स्किन डिपार्टमेंट की ओपीडी में डेली एक दर्जन पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए आ रहे है। डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। डीपी शिवहरे के मुताबिक बदलते मौसम की वजह से बॉडी की इम्यूनिटी पॉवर कमजोर हो जाती है। लिहाजा चिकनपॉक्स व एचएसवी का वायरस बॉडी में अटैक कर देता है। इसके अलावा इस मौसम में बड़ी में कई स्थानों में नमी बने रहने की वजह से स्किन की कई प्रकार की बीमारियां हो जाती है।
3000 से अधिक पेशेंट सिर्फ दो ओपीडी में
हैलट हॉस्पिटल में इस दिनों सिर्फ दो डिपार्टमेंट की ओपीडी में तीन हजार के लगभग पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए पहुंच रहा है। मौसम की वजह से स्किन व मेडिसिन डिपार्टमेंट की ओपीडी में डेली पेशेंट की लंबी कतारे देखने को मिल रही है। नार्मल दिनों की अपेक्षा दोनों डिपार्टमेंट में लगभग डेढ़ गुना पेशेंट की संख्या बड़ रही है। आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में स्किन डिपार्टमेंट की ओपीडी में जहां डेली 600 से अधिक पेशेंट पहुंच रहे हैं। वहीं मेडिसिन डिपार्टमेंट में डेली दो से ढाई हजार पेशेंट पहुंच रहे हैं।
देशी नुस्खे नहीं आ आता काम
एक्सपर्ट के मुताबिक हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के लक्षण दिखाई देने पर किसी स्किन एक्सपर्ट डॉक्टर को जरूर दिखा लेना चाहिए। इसमें देशी नुस्खे का यूज न करें। क्योंकि लापरवाही इस बीमारी को बड़ा रूप दे सकता है। उन्होंने बताया कि एंटीवायरल क्रीम का यूज करने से वायरस का असर दो से तीन सप्ताह के अंदर खत्म हो जाता है।