कानपुर (ब्यूरो)। बढ़ते टम्प्रेचर ने जहां आम पब्लिक की दिन का चैन और रात की नींद उड़ा रखी है। वहीं रेलवे आफिसर्स की भी इन दिनों नींद गायब हो गई है। इस मुख्य कारण अधिक गर्मी की वजह से रेल पटरी हीट होने से बढ़ जाने के कारण होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाना है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रात की अपेक्षा दिन में रेलवे ट्रैक पर ट्रैकमैन के साथ पीडब्ल्यूआई की भी पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।

चार दिन पहले पनकी यार्ड में घटना

बीते वेडनेसडे को पनकी यार्ड के अंदर एक गुड्स ट्रेन डिरेल हो गई थी। जिसकी वजह से यार्ड में कई घंटों तक ट्रैक प्रभावित होने की वजह से अन्य गुड्स ट्रेनों की रैक प्लेटफार्म पर नहीं लग पाई। जिसकी वजह से लोडिंग व अनलोडिंग का काम काफी प्रभावित रहा। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व ही जीएमसी यार्ड में गुड्स ट्रेन डिरेल हो गई थी।

लिहाजा दिल्ली-हावड़ा रूट की मेन लाइन में ट्रेन डिरेलमेंट की घटना न हो। इसके लिए हाई टम्प्रेचर के दौरान पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई। जिसमें रेलवे का स्टाफ अल्ट्रासोनिक मशीन के माध्यम से रेल पटरियों की जांच कर रहा है।