कानपुर (ब्यूरो)। नौबस्ता चौराहे पर शुक्रवार सुबह गोली मारकर स्टैंड संचालक हरिकरन की हत्या में गिरफ्तार वैन ड्राइवर सौरभ सचान ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया है। सौरभ ने कहा कि वह भी स्टैंड संचालन में पार्टनर बनना चाहता था। इसको लेकर बीते आठ महीने में छह बार हरिकरन सिंह के झगड़ा और मारपीट हो चुकी थी। दो बार पुलिस पाबंद और शांतिभंग की कार्रवाई तक कर चुकी थी। पहले भी कई बार उसे मारने का प्लान बनाया था लेकिन सफल नहीं हो पाया। शुक्रवार को उसे मौका मिल गया और इस बार उसने कोई चूक नहीं की। वह हमेशा तमंचा साथ में लेकर चलता था लेकिन किसी को इसकी भनक नहीं लगी। सैटरडे को पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
ये था पूरा मामला
मूलरूप से साढ़ के कुडऩी गाजीपुर निवासी 55 साल के हरिकरन ङ्क्षसह सालों से परिवार के साथ हनुमंत विहार के ताज नगर स्थित मकान में रह रहे थे। वे नौबस्ता चौराहे पर अवैध वैन स्टैंड संचालित करते थे। स्टैंड में 100 से ज्यादा वैन चालकों से टोकन मनी वसूलता था, जो करीब ढाई लाख रुपये प्रतिमाह होती था। इस मोटी रकम पर कई लोग नजर गड़ाए थे और हरिकरन को हटाकर खुद स्टैंड संचालक बनना चाहते थे। इनमें से वैन चालक रेउना के दहेली गांव निवासी सौरभ सचान भी था। उसने हरिकरन से अलग से 20 वैन को इसी स्टैंड पर लगवाकर ज्यादा वसूली कराने का लालच देकर पार्टनर बनने का प्रस्ताव दिया था। हरिकरन ने उसकी बात मान ली थी, लेकिन कई दिन बीतने पर भी मात्र दो-तीन वैन ही लगी तो डील कैंसिल कर दी गई।
डील कैंसिल होने से खुन्नस
डील कैंसिल होने से सौरभ खुन्नस रखने लगा था। कुछ ड्राइवर्स का कहना है कि सौरभ और हरिकरन के बीच 40 हजार रुपये का लेनदेन भी था, लेकिन हरिकरन नहीं दे रहा था। इससे भी दोनों में विवाद था। इसको लेकर अक्टूबर 2023 से अब तक करीब छह बार दोनों में मारपीट हो चुकी थी। अक्टूबर में हुई मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें तत्कालीन नौबस्ता टीएसआई प्रदीप शर्मा उन्हें अलग-अलग करते भी दिखे थे। पार्टनर न बन पाने की टशन में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे सौरभ ने हरिकरन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। नौबस्ता थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि हत्या कर सौरभ वैन से भागा था। शनिवार को उसे जेल भेज दिया गया।