- मेट्रो प्रोजेक्ट के साथ टनल बनाने का प्रस्ताव भी देगा एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी

- क्रिटिकल पेशेंट्स को मिल सकेगी डायरेक्ट कनेक्टिविटी

KANPUR: क्रिटिकल पेशेंट्स को बड़ी राहत देने के लिए जल्द कार्डियोलॉजी से एलएलआर हास्पिटल के लिए अंडरग्राउंड टनल बनाई जाएगी। इस टनल को हैलट इमरजेंसी या फिर कार्डियोलॉजी आने वाले सीरियस पेशेंट्स के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। इस टनल को बनाने के लिए एलएमआरसी की मदद ली जाएगी। कानपुर मेट्रो के काम के साथ ही इस टनल के लिए भी काम शुरू होने की उम्मीद है। कार्डियोलॉजी की तरफ से इस टनल के लिए एलएमआरसी को प्रपोजल भेजा जाएगा.साथ ही टनल के रास्ते को लेकर सर्वे का काम भी कराया जाएगा।

सीधी कनेक्टिविटी क्यों जरूरी

- कई पेशेंट्स में हार्ट, चेस्ट या फिर स्ट्रोक की प्रॉब्लम होने तुरंत ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। ऐसे में इमरजेंसी या कार्डियोलॉजी आने पर उनके ट्रांसफर में काफी प्रॉब्लम होती है।

- न्यूरो और हार्ट के पेशेंट्स की क्रिटिकल हालत को देखते हुए बड़े संस्थानों में आसपास बनाए जाते हैं या फिर उन्हें आपस में कनेक्टिविटी दीाती है।

- सर्दियों में कार्डियोलॉजी में सारे बेड फुल होने पर पेशेंट्स को हैलट रेफर किया जाता है। ऐसे में उन्हें हैलट इमरजेंसी पहुंचने के लिए सीधा रास्ा मिलेगा।

- पेशेंट को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए रिक्शे, एंबुलेंस या फिर अपने वाहन का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होगी.पेशेंट को सीधे स्ट्रेचर से ले जाया जा सकेगा।

- भर्ती पेशेंट्स के रिफरेंस या कार्डिएक फिटनेस में भी सीधी कनेक्टिविटी मिलने से कम वक्त लगेगा।

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टनल के लिए ये प्रपोजल

कार्डियोलॉजी से एलएलआर हास्पिटल के बीच टनल का ज्यादातर हिस्सा मेडिकल कालेज कैंपस में ही रहेगा। टनल का दूसरा हिस्सा नरेंद्र मोहन सेतु के नीचे से निकलेगा। जोकि सीधे हैलट ओपीडी के पास से कनेक्ट करेगा। हालाकि मेडिकल कालेज से एलएलआर हास्पिटल के लिए टनल बनाने का प्रस्ताव पहले भी दिया जा चुका है,लेकिन उस पर काम आगे नहीं बढ़ा। इस टनल के बनने से मेडिकल कालेज को भी फायदा मिलेगा। कैंपस में रहने वाले डॉक्टर्स और कर्मचारियों को रोड सड़क पार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कैंपस में आने जाने के लिए वह इस टनल का इस्तेमाल कसकेंगे।

कार्डियोलॉजी और एलएलआर के बीच सीधी कनेक्टिविटी की काफी जरूरत है। मेट्रो का काम शुरू हो रहा है तो एलिवेटेड टै्रक के साथ दोनों संस्थानों के बीच एक सीधे रास्ते का निर्माण होता है तो उससे पेशेंट्स को काफी राहत मिलेगी। एलएमआरसी के अधिकारियों से इस बाबत बातचीत की जा रही है।

- डॉ। विनय कृष्णा, डायरेक्टर, एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी