कानपुर (ब्यूरो)। मिशन शक्ति के फेस-5 के तहत कमिश्नरेट पुलिस ने अलग-अलग अपना टारगेट तय कर लिया है। पहले दस दिन में कमिश्नरेट पुलिस को महिलाओं और बच्चियों से संबंधित साइबर क्राइम के दर्ज किए गए केस और एप्लीकेशंस का शत प्रतिशत निस्तारण करना है। इसे लेकर सभी जोन की पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। जहां साउथ, वेस्ट, ईस्ट और सेंट्रल जोन में पुलिसकर्मी इस तरह के मामलों की लिस्ट बनाकर उनके निस्तारण करने का प्रयास शुरू कर दिया है।

प्रायरिटी पर होंगे मामले
क्राइम ब्रांच ने एक महीने में टॉप- 30 मामलों के निस्तारण का दावा किया है। डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि क्राइम ब्रांच में जो मामले पॉक्सो, रेप और आईटी एक्ट के दर्ज किए गए हैैं। उन मामलों को प्राथमिकता से सॉल्व करने का काम शुरू किया गया है, ये मामले तीस दिन में निपटाए जाएंगे।

क्या-क्या करेगी क्राइम ब्रांच
- जो लोग बयान देने नहीं आ रहे हैैं, बयान के लिए बुलाया जाएगा।
- केस की गंभीरता के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी।
- इनवेस्टिगेशन का स्टेटस पता कर आगे बढ़ाया जाएगा।
- कोर्ट में दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराए जाएंगे।
- पुलिस की टीमें फरार आरोपियों की सर्विलांस से तलाश करेंगे।
- पीडि़त पक्ष को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।