- पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की रणनीति कामयाब रही, शहर में नहीं हुआ कोई प्रदर्शन
-कारगर रही भीड़ न जुटने देने की रणनीति, एयर सर्विलांस से रखी जा रही थी नजर
-मस्जिदों से भी की जा रही थी शांति अपील, अफसरों ने बनाया त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा
KANPUR :
यतीमखाना और बगाही में फ्राईडे को कड़ी सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज मुकम्मल हो गई। पुलिस और प्रशासन की रणनीति कारगर साबित होने से कोई बवाल भी नहीं हुआ। पुलिस ने एयर सर्विलांस से निगरानी रखने के साथ ही दोनों इलाकों में भीड़ को जुटने नहीं दिया। पुलिस कर्मियों ने नमाज खत्म होने पर सभी को समझाकर घर भेज दिया। जिससे किसी को भी प्रदर्शन करने का मौका नहीं मिला। वहीं मस्जिद से भी लगातार शांति बनाए रखने की अपील जारी होने से अराजकतत्व किसी को बहका भी नहीं पाए।
पिछली चूक से ली सीख
यतीमखाना और बगाही में बीते फ्राईडे को जुमे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हो गया था। जिसमें तीन लोगों की मौत होने के साथ ही लाखों की संपत्ति का नुकसान हो गया था। पुलिस और प्रशासनिक अफसर कड़ी मशक्कत के बाद बवाल को शांत कर पाए थे। अफसरों को डर था कि फ्राईडे को जुमे की नमाज के बाद दोबारा से हिंसक प्रदर्शन हो सकता है। जिसे देखते हुए अफसरों ने कड़ी सुरक्षा के साथ ही एयर सर्विलांस का इंतजाम किया था। अफसरों ने एक दिन पहले ही मीटिंग कर नमाज के बाद भीड़ न जुटने की रणनीति बनाई थी। जिसमें कामयाब होने की वजह से ही न तो कोई प्रदर्शन हुआ और न ही कोई बवाल। अफसर सुबह से ही इन इलाकों में पहुंच गए थे। नमाज खत्म होने पर वे मस्जिद के बाहर पहुंच गए थे। उनकी मानीटरिंग में ही पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझाकर घर भेजा था।
रिजर्व फोर्स के साथ त्रिस्तरीय सुरक्षा
पुलिस और प्रशासनिक अफसर किसी भी सूरत में बवाल नहीं चाहते थे। इसके लिए उन्होंने त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया था। अफसरों ने मस्जिद के आसपास पुलिस कर्मियों को तैनात किया था। इसके बाद पीएसपी और फिर आरएएफ का सुरक्षा घेरा बनाया गया था, ताकि अगर कोई बवाल हो तो बवालियों को वहां से निकलने का मौका न मिल पाए। इसके अलावा रिजर्व में भी फोर्स रखी गई थी, ताकि अगर किसी अन्य इलाके में बवाल हो तो फोर्स को वहां भेजा जा सकें।
देर शाम तक अफसर रोड पर डटे
सिटी में फ्राईडे की नमाज को लेकर शासन भी अलर्ट मोड पर था। शासन से पल पल की अपडेट ली जा रही थी। जिसे देखते हुए पुलिस और प्रशासन के सभी अफसर देर शाम तक रोड पर डटे रहे। यही वजह से किसी भी पुलिस कर्मी ने हीलाहवाली की।
इलाकाई लोगों ने ली चैन की सांस
फ्राईडे को जुमे की नमाज के बाद कोई बवाल न हो। इसे लेकर इलाकाई लोग भी बेहद चिंतित थे। उनको भी डर था कि कहीं कोई बवाल न हो जाए। इलाकाई लोगों का कहना है कि यहां के लोग बवाल नहीं करते है। बल्कि बाहरी लोग आकर बवाल कर भाग जाते है और उन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। फ्राईडे को कोई बवाल न होने पर इलाकाई लोगों ने भी राहत की सांस ली। उन्होंने इसके लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों का शुक्रिया भी अदा किया।
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'पुलिस के अलावा कई कंपनीज पैरामिलिट्री फोर्स कानपुर के कोने-कोने में तैनात की गई थी। जिससे उपद्रवियों को कंट्रोल किया जा सके। कानपुर में अमन-चैन से जुमे की नमाज हुई। लोगों ने अमन-चैन की दुआ की.'
विजय, डीएम, कानपुर नगर