कानपुर (ब्यूरो)। दक्षिण जोन में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में संडे रात से लेकर मंडे दोपहर तक चार युवकों फंदा लगाकर जान दे दी। तीन ने घर पर आत्महत्या की, जबकि एक युवक का शव घर के पीछे नीम के पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। एक मामले में आर्थिक समस्या को लेकर दंपती विवाद की बात लोगों की चर्चा में रही, लेकिन अन्य तीनों की आत्महत्या की वजह नहीं बता सके।
मायके में पत्नी, पति ने लगाई फांसी
पहली घटना: हनुमंत विहार के सागरपुरी अर्रा निवासी बृजेश कुमार (41) मकान बनवाने का ठेका लेते थे। बृजेश की पत्नी जानकी बेटे के साथ संडे दोपहर मायके गई थी। मंडे सुबह उसने मुहल्ले के राजा गुप्ता को फोन कर कहा कि बृजेश फोन नहीं उठा रहे हैं। इस पर राजा उन्हें देखने घर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाज लगाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने पड़ोसी की छत से घर पर गए। रोशनदान से देखा तो बृजेश का शव फंदे से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच की।
फोन पर बात फिर लटका मिला शव
दूसरी घटना : गोङ्क्षवद नगर के संजय नगर निवासी राहुल सिंह ने संडे रात को खाना खाया और पहली मंजिल पर सोने के लिए चला गया। मुहल्ले के लोगों के मुताबिक, रात करीब तीन बजे तक राहुल को छत पर मोबाइल से किसी से बात करते हुए देखा था। मंडे सुबह पिता उसके कमरे में पहुंचे तो दुपट्टे के फंदे से वह लटका मिला। चौकी प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि फैमिली मेंबर्स आत्महत्या का कारण नहीं बता पाए हैं।
घर के पीछे की आत्महत्या
तीसरी घटना : गुजैनी के फत्तेपुर दक्षिण निवासी मनीष गौतम (28) टैक्टर चालक था। संडे देर रात रिलेटिव शानू किसी काम से घर के पीछे गए तो नीम के पेड़ पर मनीष का शव फंदे से लटका मिला। गुजैनी थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने जांच की है। आत्महत्या करने की कोई वजह नहीं पता चल पा रही है।
काम छूटने पर दे दी जान
चौथी घटना : जूही लाल कालोनी निवासी राहुल ङ्क्षसह (24) डीसीएम चालक था। छोटे भाई लकी ने बताया कि 15 दिन पहले भाई का काम छूट गया था। सोमवार को उन्हें बुखार आने पर भाभी दवा लेने गईं। वापस घर लौटीं तो भाई का शव फंदे से लटका मिला। वहीं, कालोनी में चर्चा है कि काम छूटने के बाद दंपती में रुपये को लेकर विवाद होता था। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।