- इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स की इंटरनेशनल वर्कशाप में दिग्गज जुटे, कजाकिस्तान की श्वेतलाना ने भारतीय संत की पेंटिंग बनाई
KANPUR: इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स के इंटरनेशनल वर्कशाप में आर्टिस्ट अपना हुनर शीट व बोर्ड पर दिखाने लगे। कोई आध्यात्मिक चिंतन व शांति की मुद्रा वाली पेंटिंग को अंतिम रूप दे रहा था। वहीं कजाकिस्तान से आई श्वेतलाना ने वाटर कलर का यूज करके भारतीय संत की शानदार पेंटिंग बनाकर इंडियन कल्चर के प्रति अपना प्यार दिखाया। वर्कशाप में देश व विदेश के कला मर्मज्ञ अपना ज्ञान दिखाने में जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। एक आर्टिस्ट ने अंजता एलोरा की गुफाओं को अपनी पेंटिंग में दर्शाया।
आध्यामिक शांति पर
इंटरनेशनल वर्कशाप के सेकेंड डे सीएसजेएमयू रजिस्ट्रार डॉ। विनोद कुमार सिंह ने आर्टिस्ट से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। इस वर्कशाप का फायदा सीएसजेएमयू के फाइन आर्ट्स डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स को भी मिलेगा। एएनडी कॉलेज की फाइन आर्ट की एचओडी डॉ। सारिका बाला ने अजंता स्टाइल में अपना काम शुरू किया है। डीएवी कॉलेज की फैकल्टी डॉ। कुमुद बाला ने आध्यामिक शांति व चिंतन पर पेंटिंग का बना रही हैं।
रंगों को बहाकर पेंटिंग
म्यांमार से आए मोनटेक ने कैनवास पर काम शुरू किया है। वह फीमेल फीगर पर वर्क कर रहे हैं। बोस्निया से आई साबिहा ने एब्सट्रैक्ट पर वर्क कर रही है। जिसमें कि रंगों को बहाकर पेटिंग बनाई जाती है। डीजी कॉलेज की डॉ। वर्षा सिंह ने बनारस के अस्सी घाट पर काम शुरू किया है। डीके मौर्या नेचर से रिलेटेड वर्क कर रहे हैं। संस्थान के हेड डॉ। ब्रजेश स्वरूप कटियार ने गेस्ट का वेलकम किया। डॉ। भारत भूषण शर्मा, डॉ। प्रवीन कटियार, डॉ। संदीप सिंह, डॉ। सुधांशु पांड्या, डॉ। संदेश गुप्ता,डॉ। शालिनी श्रीवास्तव डॉ। लोकेश्वर सिंह, डॉ। प्रहलाद सिंह, आदेश कुमार, मनोज गौड़, विनय, शिवांगी कनौजिया मौजूद रहीं।