कानपुर (ब्यूरो)। दीपावली और इसके बाद जारी आतिशबाजी से सिटी की आबोहवा में जहरीली गैसेज घुल गई है। नमी अधिक होने की वजह से ये पाल्यूशन एटमास्फियर में बना हुआ है। हालात ये है कि पार्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5 मानक से 8 गुना से भी अधिक हो गए हैं। इससे लोगों को आंखों में जलन, खांसी, गले में खराश, एलर्जी आदि का सामना करना पड़ रहा है। अस्थमा पेशेंट्स को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

आतिशबाजी ने बिगाड़ी हवा
दीपावली के पहले से घरों में चल रही साफ-सफाई के कारण पहले से पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा अधिक चल रही थी। इधर दीपावली में लोगों में जमकर आतिशबाजी की। सस्ते और अधिक आवाज के कारण अवैध रूप से बनाए गए पटाखे भी खूब छुड़ाए गए। इससे एटमास्फियर में पीएम 2.5 व पीएम 10 के अलावा फिजा में सल्फर, कार्बन के ऑक्साइड भी घुल गए। पीएम 10 जहां मानक से दोगुना से ज्यादा, वहीं पीएम 2.5 की मात्रा स्टैंडर्ड्स से 8 गुना तक अधिक पहुंच गई है। वहीं कार्बन मोनोक्साइड तो 35 गुना तक अधिक पहुंची। इन दिनों ओजोन की मात्रा भी बढ़ गई है।

मास्क पहनकर घर से निकलें
सिटी में सेंट्रल पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के तीन सेंटर्स में सबसे अधिक एयर पाल्यूशन नेहरू नगर में दर्ज हुआ। यहां सैटरडे शाम 6 बजे तक पीएम 2.5 की मात्रा 500 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक दर्ज हुई। वहीं साउथ सिटी स्थित किदवई नगर सेंटर में पार्टिकुलेट मैटर 467 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब तक पहुंचे। हालांकि नेहरू नगर व किदवई नगर सेंटर की तुलना में कल्याणपुर में एयर पाल्यूशन के आकड़ों देखकर लोगों को कुछ राहत मिली। डाक्टर्स के मुताबिक एयर पाल्यूशन अधिक होने की वजह से एलर्जी, आंखों में जलन, गले में खराश आदि समस्याएं हो जाती है। ऐसे में मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलना चाहिए।