कानपुर (ब्यूरो)। शहर में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते लोग स्वीमिंग पूल और वाटर पार्क के पानी में खूब इंज्वॉय कर रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है, कुछ ही देर का यह सुकून आपको उम्रभर के लिए बहरा बना सकता है। यह बात हम यूं ही नहीं कह रहे हैं, एक्सपर्ट की मानें तो स्वीमिंग पूल और वाटर पार्क के पानी से ईयर इंफेक्शन हो रहा है। हैलट के ईएनटी डिपार्टमेंट में डेली दर्जनों की संख्या में बच्चे और युवा कान में इंफेक्शन की समस्या लेकर आ रहे हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक स्वीमिंग पूल या फिर वाटर पार्क में इंज्वाय कर नहाते समय कान में पानी जाने की वजह से यह समस्या हो रही है।
दो से ढाई गुना बढ़े पेशेंट
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ईएनटी डिपार्टमेंट की डॉ। अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि समर वेकेशन में बच्चे वाटर पार्क, स्वीमिंग पुल, नदी व गंगा में पानी में घंटों नहाते रहते हैं। इंज्वाय करने के दौरान उनके कान में पानी चला जाता है। जिससे कान में मौजूद गंदगी फूल जाती है। वहीं कान के बाहर हिस्से जिससे ओटिटिस एक्सपटर्ना कहते हैं। इसमें इंफेक्शन भी हो जाता है। जिसकी वजह से कान में दर्द या फिर कई बार कान बहने की शिकायत हो जाती है। नार्मल दिनों की अपेक्षा वर्तमान में इन पेशेंट की संख्या दो से ढाई गुना हो गई है।
कान में बजने लगे सीटी को हो जाएं अलर्ट
डॉ। श्रीवास्तव बताती हंै कि कान में पानी जाने की समस्या से कई प्रकार की समस्या होती है। कई बार कान के पर्दे के पीछे व आगे भी पानी से इंफेक्शन हो जाता है। जिससे कान में सीटी बजने जैसा महसूस होने के साथ, कम सुनाई देने लगना, भारीपन महसूस होना, दर्द होने या फिर चक्कर भी आने की समस्या हो सकती है। इस कंडीशन में इन लक्षणों को नजरअंदाज न कर एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
- स्वीमिंग करते समय ईयर प्लग का यूज करें।
- तलाब व नदी में नहाते समय कान में कॉटन का यूज करें।
- कान में पानी जाने पर तुरंत उसको साफ कर और डेली सफाई करते रहे।
- समस्या होने पर बिना डॉक्टर के सलाह के मेडिकल स्टोर से ड्रॉप लेकर यूज न करें।
- दो से तीन दिनों तक दर्द की समस्या बने रहने पर तत्काल डॉक्टर से चेकअप कराएं