- पांडु नगर ईएसआई हास्पिटल व निर्माणाधीन प्रोजेक्ट को जीएसवीएम को सौंपने का प्रपोजल, जीएसवीएम का एक्सटेंशन कैंपस बनेगा

- ईएसआई लाभार्थियों को ट्रीटमेंट में मिलेगी छूट, बहुत जल्द मिनिस्ट्री ऑफ लेबर को भेजा जाएगा प्रस्ताव

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KANPUR: पांडु नगर में वर्षो से अंडर कंस्ट्रक्शन 361 करोड़ के मॉडल हास्पिटल को जीएसवीएम मेडिकल कालेज को सौंपे जाने के संकेत मिल रहे हैं। ईएसआई के इस हास्पिटल का निर्माण कई साल से अटका हुआ है। जिसका फायदा न तो ईएसआई के लाभार्थियों को मिल रहा है और न ईएसआई प्रशासन ही कुछ कर पा रहा है। वहीं जीएसवीएम मेडिकल कालेज में कई अहम प्रोजेक्ट आने के बाद से वहां फैकल्टी व नए डिपार्टमेंट्स के लिए जगह कम पड़ सकती है। ऐसे में ईएसआई हास्पिटल को मेडिकल कालेज के एक एक्सटेंशन कैंपस की तरह डेवलप किया जा सकता है।

एक भी एक्सपर्ट नहीं

ईएसआई की मेडिकल सर्विसेज की हालत क्या है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ईएसआई हास्पिटल में डॉक्टर की भर्ती का इंटरव्यू लेने के लिए भी एक्सपर्ट डॉक्टर्स का पैनल जीएसवीएम मेडिकल कालेज से भेजा जाता है। मौजूदा वक्त में ईएसआई के 5 हॉस्पिटल, 26 डिसपेंसरी हैं,लेकिन स्पेशलिस्ट डॉक्टर एक भी नहीं हैं।

जीएसवीएम देगा सॉल्यूशन

पांडु नगर स्थित मॉडल हास्पिटल का निर्माण दो साल पहले ही कैंसिल कर दिया गया। जिसके बाद करोड़ों रुपए की कंस्ट्रक्शन सामग्री और उपकरण अब तक खराब हो चुके हैं। साथ ही ईएसआई को भी इसका कोई सॉल्यूशन नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में एक रास्ता यह निकल कर आया है कि इस मॉडल हास्पिटल को जीएसवीएम टेकअप कर लें। इस हास्पिटल को चलाने के साथ ही फैकल्टी व रेजीडेंशियल ब्लॉक का इस्तेमाल करे। इसके बदले ईएसआई लाभार्थियों के ट्रीटमेंट को लेकर अलग इंतजाम करें।

ईएसआई मॉडल हास्पिटल एक नजर में -

- 2015 में तत्कालीन केंद्रीय श्रम मंत्री बंगारू दत्तात्रेय ने किया शिलान्यास

- 361 करोड़ से 300 बेड के मल्टी सुपरस्पेशिएलिटी मॉडल हास्पिटल का होना था निर्माण

- साथ में फैकल्टी व कर्मचारियों के लिए रेजीडेंशियल ब्लॉक भी बनाने थे।

- एनबीसीसी लिमिटेड के पास था कंस्ट्रक्शन का ठेका

- दो साल से मॉडल हास्पिटल का निर्माण ठप, करोड़ों के उपकरण और कंस्ट्रक्शन मैटेरियल हुए खराब

- मॉडल सुपरस्पेशिएलिटी हास्पिटल का निर्माण भी अब कैंसिल

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वर्जन-

मेडिकल कालेज को इंस्टीटयूट बनाने के लिए प्रयास चल रहे है। इसके अलावा यहां एमबीबीएस की सीटें भी बढ़नी है। ऐसे में कैंपस में जगह कम न पड़े इसके लिए पांडु नगर के ईएसआई हास्पिटल को टेकअप करने पर बात चल रही है।

- डॉ। आरती लालचंदानी, प्रिंसिपल,जीएसवीएम मेडिकल कालेज