कानपुर (ब्यूरो)। एकता मर्डर केस को लेकर पुलिस और हत्यारोपी जिम ट्रेनर की कहानी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि कई ऐसे सवाल हैं जिन पर पुलिस ने मौन धारण कर रखा है। एकता के पति राहुल ने पुलिस की जांच पर सीधे सवाल उठाए हैं। राहुल का कहना है कि पुलिस डीएम कंपाउंड की जांच करने से बच रही है। अगर वारदात वाले दिन का डीएम कंपाउंड और आसपास का सीसीटीवी फुटेज सामने आ जाए तो सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे और केस की गुत्थी सुलझ जाएगी। लेकिन पुलिस के रवैए से ऐसा लग रहा है कि वो किसी को बचाना चाह रही है। कुछ तो ऐसा है जिस पर पर्दा डालना चाह रही है। शायद पुलिस सच्चाई बाहर लाना ही नहीं चाहती है।
सिक्स पैक दिखाकर बनाता था दीवाना
तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस इस बात का पता नहीं लगा सकी है कि एकता की हत्या क्यों और कहां की गई? पुलिस को जांच के दौरान 24 जून के कुछ फुटेज और मिले हैैंं, जिसमें एकता और आभा पीछे जिम कर रही थीं जबकि ये किसी तीसरी महिला को एक्सरसाइज करा रहा था। इसी दौरान विमल अपनी टी-शर्ट उठाकर अन्य महिलाओं को सिक्सपैक दिखा रहा था। पुलिस सूत्रों की माने तो विमल जिम में आने वाली महिलाओं को सिक्स पैक दिखाकर न सिर्फ दीवाना बनाता था बल्कि महिलाएं सिक्स पैक देखकर आकर्षित होती थीं। कई महिलाओं ने अपने पति के सिक्स पैक बनाने के फार्मूले की जानकारी करने के लिए ही विमल से दोस्ती की थी। पुलिस को फुटेज मिली है जिसमें विमल महिलाओं के वर्जित बॉडी पाट्र्स को टच करता दिखाई दिया।
24 को रजिस्टर में नहीं की एंट्री
पुलिस ने आरोपी की कार से जिम का हाजिरी रजिस्टर भी बरामद किया है। इंट्री और एग्जिट रजिस्टर में एकता की इंट्री है लेकिन एग्जिट नहीं है जबकि घटना वाले दिन विमल की इंट्री और एग्जिट दोनों नहीं है। जबकि जिम आने वाले सभी मेंबर्स अपने आने और जाने का समय भी दर्ज करते थे। पुलिस का मानना है कि हत्या का राजदार विमल और एकता के अलावा और भी कोई है। विमल का मोबाइल ऑन होने पर और भी बहुत सी महिलाओं की तस्वीरें मिली हैं। ये महिलाएं जिम की नहीं है, जबकि इन महिलाओं को विमल के रिश्तेदारों ने भी पहचाने से इन्कार कर दिया। कुछ वीडियो और तस्वीरें 26 से 30 जून के बीच डिलीट की गई हैैं। जिन महिलाओं की तस्वीरें मिली हैैं, उनकी जानकारी की जा रही है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कहीं विमल महिलाओं को देह व्यापार के लिए मजबूर तो नहीं कर रहा था।
500 से ज्यादा खंगाले कैमरे
24 जून के बाद से पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की और उसके बाद एकता की तलाश शुरू की। एकता के पति राहुल ने बताया कि एकता की करीबी जिम आने वाली महिलाओं में आभा और लक्ष्मी थीं। सबसे पहले उन्होंने उनके घर में जानकारी की। पता चला कि एकता बिना बताए ही जिम से निकल गई थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने तलाश शुरू की। पुलिस सूत्रों की मानें तो 4 महीने में एकता की तलाश के दौरान 500 से ज्यादा कैमरों की सीसीटीवी फुटेज देखी गई। जिन जिन स्थानों पर उसके जाने का अनुमान था, सभी स्थानों पर जाकर तलाश किया गया। इसके बाद भी विमल का सुराग नहीं लग सका। पुलिस सूत्रों का मानना है कि अगर विमल की बहन और उसका फोन पुलिस के पास न होता तो विमल आज भी बाहर ही होता।
कर्मचारियों ने झूठ क्यों बोला
एकता के पति राहुल ने बताया कि पत्नी के लापता होने के बाद सबसे पहले ग्रीन पार्क गया। फिर वहां से अमित पाल सर के साथ मैं डीएम कैंप ऑफिस पहुंचा। वहां स्टाफ ने बताया कि विमल सोनी आज यहां नहीं आया था। उसने छुट्टी ले रखी है। वह अपने पापा की रिपोर्ट दिखाने दिल्ली गया है। इसके बाद मैंने विमल के भांजे का नंबर लिया। भांजे ने मुझे फोन पर बताया कि मामा ने हमसे घर से बैग और कपड़े मंगाए। इसके बाद मामा ने 10 रुपए देकर मुझे घर भेज दिया। राहुल ने कहा कि इसके बाद मैं डीएम कैंप ऑफिस से वापस आ गया। कोतवाली थाने जाकर पत्नी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विमल के छुट्टी लेने और वहां के कर्मचारियों की बातों से साफ है कि वह डीएम कैंप ऑफिस का कर्मचारी था। पुलिस और डीएम साहब इसे क्लियर करना चाहिए।
डीएम ऑफिस से मांगी थी मदद
राहुल ने कहा कि मेरी शिकायत के बाद जब विमल के भांजे को पकड़ा गया, तो उसकी मां (विमल की बहन) कोतवाली थाने पहुंची। विमल की मां भी वहां आई थी। वह अपने बेटे को छुड़वाने और मदद मांगने के लिए किसी से फोन पर बात कर रही थी। राहुल ने कहा कि जब हमने उसका फोन छीना, तो उसमें डीएम ऑफिस नाम से नंबर सेव था। यहां मौजूद पुलिस वालों ने हैलो, हैलो करके बात करने की कोशिश की तो उधर से फोन कट गया। विमल की बहन किससे बात कर रही थी? डीएम ऑफिस का कौन व्यक्ति मदद कर रहा था? ये सब अभी तक पता नहीं चल सका है। राहुल का मानना है कि जरूर कैंप ऑफिस का कोई व्यक्ति इस मर्डर केस में शामिल है। क्योंकि डीएम आवास के पास ऑफिसर्स क्लब में किसी का शव गाडऩा आसान नहीं है।
हमारे सवालों के जवाब तो दे दें
पुलिस कुछ साफ नहीं कर रही है। बस यह बताया कि हत्या करने के बाद वहां पर दफना दिया था। मेरी अपील है कि सीसीटीवी फुटेज सामने आए तो सब साफ हो जाएगा। ग्रीन पार्क का फुटेज नहीं है। कम से कम डीएम कैंप ऑफिस का सीसीटीवी फुटेज तो सामने आना चाहिए। राहुल ने कहा कि डीएम कंपाउंड के बगल में शव मिला, लेकिन डीएम साहब ने इस बारे में एक बार भी परिवार के लोगों से बात करना या मिलना उचित नहीं समझा। इतना ही नहीं, मौके पर भी सिर्फ कॉन्स्टेबल, दरोगा, एसीपी और डीसीपी ईस्ट आए थे। डीसीपी ईस्ट एकता के मायके भी गए थे, जहां उन्होंने न्याय का भरोसा दिलाया है।
फॉरेंसिक टीम को कार में मिले इविडेंस
एकता ने मरने से पहले विमल के साथ मारपीट की थी। जिसके इविडेंस कार में मिले हैैं। एकता की टूटी हुई चूडिय़ां विमल की काली करतूत बयां कर रही है। साथ ही एकता का टूटा हुआ क्लचर जो आसानी से नहीं टूट सकता था, टूटा हुआ मिला है। एटॉप्सी करने वाले डॉक्टर्स की मानें तो एकता के शरीर पर मांस नहीं मिला है वरना चोट के निशान भी सामने आ सकते थे। फिलहाल एटॉप्सी के दौरान बोन का रिसीड (चूर्ण) जांच के लिए रखा गया है। फॉरेंसिक टीम को एकता के टूटे हुए बाल मिले हैैं, नेल पॉलिश के ड्राई साइन मिले हैैं। जिन्हें कलेक्ट करके रखा गया है।
बारिश की वजह से कई कैमरों से नहीं मिले थे फुटेज
एकता के पति राहुल ने बताया कि 24 जून को जोरदार बारिश हुई थी लिहाजा बहुत से कैमरों की फुटेज भी नहीं मिल पाई है। जब पाथ ट्रेस किया गया तो कंपनी बाग चौराहे से रावतपुर जाने वाले रास्ते पर फुटेज नहीं मिल पाए। वहीं कंपनी बाग से मछली वाला चौराहे की तरफ के फुटेज जाने और आने के मिले हैैं। ग्रीन पार्क से निकलकर सिविल लाइंस पुलिस चौकी और फिर नवाबगंज की तरफ जाने के फुटेज मिले हैैं। गंगा बैराज पर भी फुटेज मिले। राहुल ने बताया कि वे सांसद के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे और मामले की सीबीआई जांच के लिए प्रार्थना पत्र देंगे। जांच के लिए विमल के सोशल मीडिया कॉन्टैक्ट्स निकाले जा रहे हैैं।