कानपुर (ब्यूरो)। शहर के किडनी पेशेंट्स के लिए राहत भरी खबर है। कैंट बोर्ड के अंतर्गत संचालित कैंट हॉस्पिटल में भी अब पेशेंट्स की डायलिसिस हो सकेगी। डायलिसिस कराने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी। कैंट बोर्ड ने यूनिट संचालन के लिए हंस फाउंडेशन के साथ एमओयू किया है। हरियाणा से छह डायलिसिस मशीनें मंगाई गई हैं। सितंबर से हॉस्पिटल के न्यू ब्लाक में छह डायलिसिस यूनिट का संचालन शुरू किया जाएगा।
डिजिटल एक्सरे भी होगा
कैंट बोर्ड के सदस्य लखन ओमर ने बताया कि बोर्ड बैठक में हॉस्पिटल में डायलिसिस यूनिट संचालित करने की मंजूरी दी गई थी। इसके बाद मुख्य अधिशाषी अधिकारी पीडी स्टीफन के निर्देशन में प्रक्रिया शुरू की गई है। किडनी पेशेंट को फ्री डायलिसिस और एक्सरे जांच के लिए न्यूनतम दर पर डिजिटल एक्सरे की सुविधा भी मिलेगी। यहां मेडिकल फैसिलिटी बढऩे से कैंट क्षेत्र के निवासियों को इलाज के लिए हैलट, उर्सला या प्राइवेट हॉस्पिटल की ओर से नहीं जाना पड़ेगा।
कैंट हॉस्पिटल में भी हो सकेगी
किडनी पेशेंट्स की डायलिसिसप्राइवेट हॉस्पिटल में किडनी पेशेंट को डायलिसिस के लिए तीन से चार हजार रुपये तक का शुल्क लिया जाता है। कैंट सार्वजनिक चिकित्सालय के पास सामने ही 30 बेड का एक और अस्पताल शुरू किया है। आफिसर्स के मुताबिक जल्द ही इसे पूरी क्षमता के साथ शुरू किया जाएगा। इसके लिए मेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। बता दें, कैंट बोर्ड के आठ वार्ड में रहने वाले करीब तीन लाख लोगों को मेडिकल फैसिलिटी मिलेगी। कैंट बोर्ड के पीआरओ अमित यादव ने बताया कि सितंबर में डायलिसिस यूनिट शुरू करने की तैयारी चल रही है।