कानपुर (ब्यूरो)। सिविल लाइंस की 1700 करोड़ की जमीन पर कब्जा करने पहुंचे पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष की अरेस्टिंग के बाद उनके मिलने वाले पुलिस के रडार पर हैैं। वहीं दूसरी नजूल की जमीन &एपी फैनी&य की जांच में कई सफेदपोशों और उनके परिवार वालों के नाम सामने आए हैैं। एक पूर्व विधायक जो मंत्री भी रह चुके हैैं उनका नाम सामने आया है। जांच में पता चला है कि जिस तरह अवनीश दीक्षित ने अपने नाम फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाया था। उसी तरह सलीम बिरयानी के नाम भी फर्जी एग्रीमेंट किया गया था। सलीम ने लोगों को 10 से 100 रुपये के स्टांप पर एग्रीमेंट किया। इसके अलावा एक मामले में गलत तरीके से गवाह भी बना। अब तक इस जमीन पर तीन लोगों ने अपना हक जताया है। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने तीनों को अपना पक्ष रखने के लिए दस्तावेज के साथ बुलाया है। जल्द ही इनके बयान दर्ज किए जाएंगे। सलीम के पीछे भी कई सफेदपोश लोगों की टीम है, जिसकी जानकारी पुलिस को हो गई है। जल्द ही इन सभी पर शिकंजा कसने के लिए कागजात तैयार किए जा रहे हैैं।


कमलेश फाइटर की तलाश में छापेमारी
पुलिस अधिकारियों की माने तो केस दर्ज होने के बाद से कमलेश फाइटर घर में ताला बंद कर वह कहीं निकल गया है। शहर और शहर के बाहर उसके ठिकानों पर लगातार पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस भर्ती परीक्षा खत्म होने के बाद छापेमारी की जाएगी। पुलिस कमलेश के खिलाफ कोर्ट खुलने पर नोटिस जारी कराएगा। इसके बाद भी सरेेंडर न करने पर ईनाम घोषित किया जाएगा।


सीसीटीवी से मिली जानकारी
23 अगस्त की शाम पुलिस ने अवनीश को रिमांड अवधि पूरी होने के कुछ घंटे पहले ही जेल में दाखिल कर दिया। सिविल लाइंस स्थित एक कारोबारी के घर भी पुलिस ने दबिश दी थी। इन्हीं कारोबारी के ऑफिस में आने जाने वाले, अवनीश और उस कारोबारी से फाइनेंशियल रिलेशन रखने वाले लगभग एक दर्जन लोगों की लिस्ट पुलिस के पास आ चुकी है। इस लिस्ट में कई नाम उन लोगों के भी हैैं, जो बड़े अखबारों में बड़े पदों पर काम कर चुके हैैं। इन दिनों वो इन कारोबारी के दरबारी बने हुए थे।


अब तक तीन गिरफ्तारी
पूरे प्रकरण में डेढ़ दर्जन केस शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज हो चुके हैैं। 27 नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैैं। जमीनी विवाद, एससीएसटी एक्ट, एक्सटॉर्शन और खाली जमीन पर अपना बोर्ड लगाने के मामले हैैं। पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी अवनीश समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया है। 24 फरार में से 9 पर 25-25 हजार का ईनाम है। अब ईनाम 50 हजार के लिए संस्तुति कर दी गई है। विवेचना कर रही टीम ने फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से 82 की नोटिस जारी की जा चुकी है। जल्द ही कुर्की की कार्रवाई करने के लिए कोर्ट से अनुमति ली जाएगी।

बिना जानकारी कंपनी में किया शामिल
पुलिस ने सैटरडे को अशोक नगर निवासी सुनील शुक्ला के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे पता ही नहीं था कि कब उसे इस कंपनी में शामिल कर लिया गया। जब उसे पता चला तो उसने नौकरी छोडक़र ई रिक्शा चलाना शुरू कर दिया।