कानपुर (ब्यूरो)। निजी बिल्डिंग में कोतवाली स्थापित करने के लिए बिल्हौर में बीते एक साल से निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण में ठेकेदार की मनमानी के चलते काम पूरा होने से पहले ही निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत से जगह जगह पानी टपकने लगा है। निर्माण में मानक विहीन मटेरियल के प्रयोग की बार-बार शिकायत के बाद भी किसी जिम्मेदार अधिकारी ने अभी तक जांच करने की जरूरत नहीं समझी।

लुधौरा मोहल्ले में बन रही कोतवाली की बिल्डिंग

बिल्हौर कोतवाली के पास अपनी कोई बिल्डिंग न होने से आजादी के बाद से ही कोतवाली तहसील भवन संचालित हो रही है। शासन को भेजे प्रस्ताव के बाद शासन से परमिशन मिल गई। नगर के उत्तरी छोर पर हाईवे बाईपास के किनारे लुधौरा मोहल्ले में कोतवाली बिल्डिंग के लिए जमीन चिन्हित की गई थी। टेंडर प्रक्रिया के उपरांत कार्यदाई संस्था जल निगम इकाई ने करोंड़ों रुपये की प्रस्तावित लागत से आवासीय परिसर युक्त कोतवाली बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू किया था।

एक वर्ष से चल रहा निर्माण कार्य
बिल्हौर कोतवाली की नई बिल्डिंग का निर्माण लगभग एक साल से चल रहा है। बाउंड्री वॉल, आवासीय परिसर, कार्यालय व बैरिक आदि का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च किया जा चुका है। निर्माणाधीन कोतवाली बिल्डिंग का निर्माण पूरा हो उससे पहले ही उसके निर्माण में प्रयोग हो रहे मानक विहीन बिल्डिंग मैटेरियल की हकीकत निकलकर सामने आने लगी। निर्माणाधीन मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में बीम और छतो में जगह-जगह लीकेज के चलते अभी से पानी टपक रहा है।

निर्माण के साथ ही शुरू हो गई थी शिकायतें
कोतवाली बिल्डिंग में सबसे पहले बाउंड्री वॉल का निर्माण शुरू किया गया था। बाउंड्री वॉल के निर्माण के साथ ही स्थानीय लोगों ने निर्माण में घटिया सामग्री के प्रयोग की शिकायतें शुरू कर दी थीं लेकिन तमाम शिकायतों के बाद भी प्रशासन के किसी जिम्मेदार अधिकारी ने मौके पर जाकर उसकी जांच करने की जरूरत नहीं समझी और ठेकेदार की मनमर्जी के चलते मानक विहीन निर्माण सामग्री का प्रयोग कर खानापूर्ति की जा रही है।