कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में दो रेलवे ओवर ब्रिज एक ही डिपार्टमेंट बना रहे हैं, लेकिन काम की स्पीड में बहुत अंतर हैं। कैंट स्थित जयपुरिया क्रॉसिंग ब्रिज अपनी एक डेडलाइन पार चुका है, लेकिन अब तक कम्प्लीट नहीं हो सका है। फिर भी काम के नाम पर खानापूरी हो रही है। वहीं जयपुरिया आरओबी के 19 महीने बाद दादा नगर पैरलल ब्रिज बनना शुरू हुआ है। फिजिकल व फाइनेंशियल प्रोग्र्रेस में जयपुरिया आरओबी को पीछे छोड़ दिया है। मौजूदा स्थिति देखकर लग रहा है कि दादा नगर पैरलल ब्रिज पहले बनकर तैयार हो जाएगा और गाडिय़ां दौडऩे लगेंगी। इस बेरुखी की वजह क्या है, ये तो नहीं पता है, लेकिन यह बेरुखी अच्छी नहीं है।
डेडलाइन हो चुकी है पार
दरअसल, दिसंबर 2021 में 43 स्पेशल जयपुरिया क्रॉसिंग पर टू लेन ब्रिज बनाने का काम शुरू हुआ था। 59.96 करोड़ रुपए से ये ब्रिज दिसंबर 2023 कम्प्लीट होना था, लेकिन शुरूआत में ही सर्विस शिफ्टिंग, रेलवे पोर्शन आदि में लेटलतीफी की वजह से ब्रिज अब तक नहीं बन सका है। हालांकि रेलवे ने काम शुरू कर दिया है।
काम के नाम पर खानापूरी
अभी रेलवे पोर्शन से कनेक्ट करने के अलावा सर्किट हाउस साइड ब्रिज का अधिक काम शेष बचा हुआ है, जबकि डेडलाइन पार हुए 11 महीने होने को हैं। सितंबर की प्रोग्र्रेस रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्रिज को बनाने में 25.43 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं और 69.73 परसेंट ही काम हुआ है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम मौके पर पहुंची तो काम के नाम पर खानापूरी होती ही मिली।
जून 2025 है डेडलाइन
240ए दादा नगर क्रासिंग के पैरलल टू लेन ब्रिज मार्च, 2023 में पास हुआ था। काम शुरू करने की डेट जून 2023 में रखी गई थी। हालांकि 23 सितंबर, 2023 को पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद के शिलान्यास के बाद काम शुरू हो सका था। 53.77 करोड़ की लागत से बनने वाले इस ब्रिज की डेडलाइन जून, 2025 है।
पहले बन जाएगा ब्रिज
डेवलपमेंट वक्र्स की प्रोग्र्रेस रिपोर्ट को लेकर डीएम मीटिंग के लिए सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्रिज 67.9 परसेंट सितंबर में हो गया था। अक्टूबर में प्रोग्र्रेस जयपुरिया आरओबी के पार पहुंच चुकी है। इस ब्रिज को बनाने में अब तक 26.79 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। रेलवे पोर्शन के अलावा इसके दोनों साइड ब्रिज का काम तेजी से चल रहा है। वर्क स्पीड देखकर लग रहा है यह ब्रिज पहले बनकर तैयार हो जाएगा।