कानपुर (ब्यूरो)। नौरेयाखेड़ा में मंडे देर रात सडक़ पार कर रहे 10 साल के बच्चे को पिकअप ने टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौत हो गई। फैमिली मेंबर्स ने ट्यूजडे शाम सडक़ पर शव रखकर जाम लगाया। मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने और कार्रवाई करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
प्रसाद लेकर आ रहा था
नौरेया निवासी फैक्ट्रीकर्मी संदीप ङ्क्षसह का इकलौता बेटा रितिक (10) घर से कुछ दूरी मंदिर से मंडे रात जन्माष्टमी पर प्रसाद लेने गया था। वापस लौटते वक्त सडक़ पार करने के दौरान तेज रफ्तार पिकअप की टक्कर से वह गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और फैमिली मेंबर्स उसे अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। फैमिली मेंबर्स का आरोप है कि पिकअप में 17 साल का नाबालिग बैठा मिला था, जिसे पुलिस को सौंपा गया। हालांकि दादानगर फैक्ट्री एरिया चौकी प्रभारी अंकुर मलिक ने बताया कि चालक रोशन लाल गाड़ी छोडक़र भाग गया।
पुलिस ने कहा कि ड्राइवर भागा और हेल्पर था नाबालिग
पुलिस के मुताबिक, ड्राइवर महाराजपुर के नाबालिग को हेल्पर के रूप में साथ लेकर चलता था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। ट्यूजडे शाम फैमिली मेंबर्स और आसपास के लोगों ने बालक के शव को थम्सअप चौराहे के पास सडक़ पर शव रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने 10 लाख की मांग की, लेकिन मोटर मालिक अंकित गुप्ता ने इन्कार कर दिया। इस पर करीब डेढ़ घंटे हंगामा चला।
लोगों ने की ब्रेकर बनवाने की मांगएसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव ने बताया कि फैमिली मेंबर्स मुआवजे की मांग कर रहे थे, लेकिन मामले में मुकदमा हो चुका है। इसीलिए मोटर मालिक ने मुआवजे के लिए मना कर दिया। उन्होंने बताया कि लोगों ने ब्रेकर बनवाने की मांग की है। इसके लिए नगर निगम समेत संबंधित विभागों को पत्र भेजा जाएगा। शव हटवाकर जाम खुलवा दिया गया है।