कानपुर (ब्यूरो)। उर्सला हॉस्पिटल में सर्जरी के दौरान महिला के पेट में तौलिया छोड़ देने से मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर डॉ। पीके मिश्रा पर गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पत्नी की मौत के बाद पति पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एक साल से थाने चौकी चक्कर काट रहा था। पुलिस के कार्रवाई न करने पर उसने कोर्ट में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी डॉक्टर समेत तीन पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
एक साल से काट रहा चक्कर
यशोदा नगर निवासी मजदूर रऊफ खान ने बताया कि 16 जून 2023 को 36 वर्षीय पत्नी बुशरा बानो को पथरी के ऑपरेशन के लिए उर्सला में भर्ती कराया था। डॉक्टर पीके मिश्रा ने अपने दो साथियों के साथ पत्नी का ऑपरेशन किया था। हॉस्पिटल से 16 जून को डिस्चार्ज होने के बाद भी पत्नी के पेट में लगातार दर्द होने पर उन्होंने कई बार डाक्टर से संपर्क किया। लेकिन वो जल्द ठीक होने के बात कहकर टालते रहे।
जिसके बाद उन्होंने रावतपुर स्थित निजी हॉस्पिटल में पत्नी को दिखाया। जहां एमआरआई होने पर पेट में तौलिया होने की जानकारी हुई। 12 अगस्त को डाक्टर ने आपरेशन कर पेट से तौलिया निकला। तब उन्हें जानकारी हुई कि डॉ। मिश्रा ने ऑपरेशन के दौरान लापरवाही करते हुए पत्नी के पेट में तौलिया छोड़ दिया। 14 अगस्त 2023 को पत्नी की मौत हो गई।
आईसीएमआर में भी शिकायत
पीडि़त रऊफ के वकील विनय निगम ने बताया कि डाक्टर की लापरवाही से महिला की मौत के बाद से रउफ डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोतवाली थाने के चक्कर काट रहा था लेकिन पुलिस ने उसे टरकाती रही। इसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। आईसीएमआर में भी डॉक्टर की शिकायत की गई है। इस मामले में डॉ.पीके मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इन्कार किया।