कानपुर (ब्यूरो)। गंगा दहशरा पर परमट घाट पर फिर हादसा हुआ है। संडे को घर में क्रिकेट मैच खेलने की बात कहकर चार दोस्तों गंगा नहाने आए। इस दौरान एक दोस्त डूबने लगा। उसको बचाने के प्रयास में दोनों डूबने लगे। इस दौरान गोताखोर ने एक को बचा लिया। डर की वजह से तीनों दोस्त बिना किसी से कुछ कहे घर निकल गए। इसके बाद सभी ने परिजनों को जानकारी दी। परिजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से किशोर को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन देर शाम तक सफलता नहीं मिली।
कसम देकर दोस्तों को बुलाया
नौबस्ता के दामोदर नगर निवासी वीरेंद्र सिंह का बेटा यश (16) दोस्त अथर्व तिवारी (14), कृष्णा शुक्ला (14) और रामचंद्र यादव के साथ परमट घाट पर गंगा नहाने आया था। कृष्णा ने बताया कि यश पानी में गया तो सभी ने मना किया। यश ने कहा कि सभी को दोस्ती की कसम है, पानी में आ जाओ। इसके बाद सभी पानी में उतर गए। रामचंद्र और कृष्णा किनारे थे। जबकि यश और अथर्व दोनों अंदर तक चले गए। अथर्व ने बताया कि जब यश डूबने लगा तो मैैंने हाथ बढ़ाया लेकिन तब तक वह काफी गहराई में जा चुका था। एक नाव वाले ने जब अथर्व का हाथ पानी में देखा तो उसे खींचकर बाहर निकाला और उसकी पिटाई करने के बाद किनारे छोड़ दिया।
घर पहुंचकर दी जानकारी
यश की साइकिल लेकर अथर्व घर पहुंचा और हादसे की जानकारी दी.दोपहर साढ़े 12 बजे यश के पिता परमट चौकी पहुंचे। हादसे की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने उन्नाव से गोताखोरों को बुलवाया और यश की तलाश शुरू की। काफी तलाश के बाद भी उसके बारे में कुछ पता नहीं चला।
सुरक्षा में पुलिस फेल
गंगा दशहरा को लेकर तीन दिन से शहर में घाटों की सुरक्षा की प्लानिंग की जा रही है। घाट पर पुलिस कर्मी भी तैनात थे और गोताखोर भी, बैरिकेडिंग भी लगाई गई थी लेकिन पुलिस को यश के डूबने कोई जानकारी नहीं हुई।