कानपुर (ब्यूरो)। बीटेक पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर फोकस कोर्स होता है। इस कोर्स में आपको सिलेक्ट की गई ब्रांच से रिलेटेड टेक्नोलॉजी की डीप नॉलेज दी जाती है। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बीटेक वालों का रुझान भी अब बिजनेस की ओर हैैं। एचबीटीयू के बीटेक तीसरे साल के 118 स्टूडेंट्स ने मेजर के साथ साथ माइनर ब्रांच को चुना है। माइनर ब्रांच में बीटेक स्टूडेंट्स की सबसे पहली पसंद है बिजनेस एनालिटिक्स। 99 स्टूडेंट्स ने बिजनेस से जुड़े सब्जेक्ट को माइनर ब्रांच के रूप मे चुना है। बताते चलें कि एचबीटीयू के स्टूडेंट्स को माइनर ब्रांच चुनने का मौका पहली बार मिल रहा है।

माइनर में दूसरी पसंद बनी सीएसई
माइनर ब्रांच के सिलेक्शन में स्टूडेंट्स की दूसरी पसंद कम्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) ब्रांच हैैं। हालांकि पहली पसंद के मुकाबले इसको चुनने वाले स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम है। सीएसई को मात्र 10 स्टूडेंट्स ने माइनर ब्रांच के रूप में चुना है। इसके अलावा अन्य ब्रांचों की बात करें तो केमिकल इंजीनियरिंग को दो, सिविल इंजीनियरिंग को दो, प्लास्टिक टेक्नोलॉजी को एक, पेंट टेक्नोलॉजी को एक, इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग को तीन स्टूडेंट्स ने चुना है।

यह है मेजर और माइनर का गणित
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत पहली बार बीटेक स्टूडेंट्स को मेजर के साथ साथ माइनर ब्रांच चुनने का मौका मिल रहा है। इसमें तीसरे साल के स्टूडेंट्स को एक माइनर ब्रांच चुननी होती है। इसमें टोटल 180 क्रेडिट के बीटेक कोर्स (चार साल) में स्टूडेंट्स को अपनी मेजर ब्रांच के साथ साथ माइनर ब्रांच के 20 क्रेडिट के कोर्स को पढऩा होता है। ऐसे 200 क्रेडिट का बीटेक करने वालों को मेजर ब्रांच के साथ साथ माइनर ब्रांच की डिग्री भी मिलेगी। इसके अलावा अगर आप अपनी मेजर ब्रांच के ही 20 क्रेडिट ज्यादा पढक़र 200 क्रेडिट का बीटेक कर लेते हैैं तो आपको बीटेक की मेजर ब्रांच में ऑनर्स की डिग्री मिलेगी।

यह होगा फायदा
मेजर के साथ साथ माइनर ब्रांच की पढ़ाई करने से स्टूडेंट्स को अपनी कोर ब्रांच के साथ साथ किसी अन्य ब्रांच की नॉलेज भी हो जाती है। इसके अलावा दूसरी ब्रांच के डिमांडिंग सब्जेक्ट पढऩे से प्लेसमेंट में पैकेज के बढ़ जाने की संभावना बढ़ जाती है।

स्टार्टअप के माहौल में बिजनेस की डिमांड
स्पेशलिस्ट का कहना है कि इस समय एजुकेशनल कैंपस में स्टार्टअप और इंक्यूबेशन सेंटर खुले हुए हैैं। वहां स्टूडेंट्स को बिजनेस करने के लिए मोटिवेट किया जाता है। ऐसे में बीटेक स्टूडेंट्स को माइनर में बिजनेस एनालिटिक्स चुनने के पीछे माना जा रहा है कि कहीं न कहीं स्टूडेंट्स स्टार्टअप को लेकर मोटिवेट हैैं। कहीं न कहीं उनके सोच भविष्य में अपना बिजनेस शुरू कर ने की है। ऐसे में मानइर ब्रांच में बिजनेस एनालिटिक्स लेना फ्यूचर में उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।

माइनर ब्रांच चुनने वाले

बिजनेस एनालिटिक्स - 99
सीएसई - 10
केमिकल इंजीनियरिंग - 02
सिविल इंजीनियरिंग - 02
प्लास्टिक टेक्नोलॉजी - 01
पेंट टेक्नोलॉजी - 01
इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग - 03
टोटल माइनर ब्रांच चुनने वाले - 118

पहली बार बीटेक के स्टूडेंट्स ने माइनर ब्रांच चुनी है। स्टूडेंट्स की पहली पसंद बिजनेस एनालिटिक्स ब्रांच बनी है। इनको अपनी मेजर ब्रांच के साथ साथ माइनर ब्रांच के 20 क्रेडिट पढऩे होंगे। अंत में इन स्टूडेंट्स को मेजर और माइनर ब्रांच की डिग्री मिलेगी।
प्रो। ललित कुमार सिंह, डीन एकेडमिक्स एचबीटीयू