कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur News: भागदौड़ भरी लाइफ में चाय की एक चुस्की आपको तरोताजा कर देती है। कैसी भी थकान हो, चाय पीकर फ्रेशनेस आ जाती है, लेकिन सेंट्रल स्टेशन की चाय पीकर आपका मूड और मन दोनों ही खराब हो सकता है। यहां पर दोगुने दाम में चाय के नाम पर गर्म पानी बेचा जा रहा है। नियमों के मुताबिक, यहां पर सिर्फ डिप चाय बचने की परमिशन है, लेकिन यहां पर खुलेआम घटिया चाय बेची रही है, वो भी दोगुनी कीमत पर। हैरानी वाली बात यह है कि यह चाय कहां बन रही है और कहां से आ रही है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। मंडे रात को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया तो यह चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। मामले में अधिकारियों ने शिकायत के बाद कार्रवाई की बात कही है।
डेली 40 हजार से अधिक चाय
रीडर्स की शिकायत पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मंडे रात कई प्लेटफार्म का रियलिटी चेक किया। जहां चाय बिक्री करने वाले वेंडर्स खुलेआम ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स को 10 रुपए में रेडीमेड चाय बिक्री करते मिले। वेंडर से ठेकेदार का नाम व बेसकिचन के बारे में पूछा तो वह मौके से भाग निकला। बताते चलें कि सेंट्रल स्टेशन पर डेली डेढ़ लाख पैसेंजर्स का आवागम है। वहीं ट्रेनों की बात करे तो डेली 278 से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का आवागमन है। जिसमें 10 लाख से अधिक पैसेंजर्स डेली जर्नी करता है। कैटरिंग डिपार्टमेंट के स्टॉफ की माने तो सेंट्रल स्टेशन पर डेली 40 हजार से अधिक चाय बिक्री हो जाती है। जिसमें पांच हजार चाय की प्लेटफार्म पर मशीन वाली बिक्री होती है। बाकी 35 हजार चाय रेडीमेड बिक्री होती है। जोकि स्टेशन परिसर के बाहर से बनकर आती है।
चाय बनती कहां है किसी को पता नहीं
सेंट्रल स्टेशन में बिक्री होने वाली रेडीमेड चाय कहां और कैसे बनाई जाती है। यह जानकारी रेलवे आफिसर्स को भी नहीं है। जबकि नियमानुसार स्टेशन में बिक्री होने वाली खाद्य सामग्री और चाय तैयार करने के लिए फूड स्टॉल संचालक को अपना खुद का बेस किचन बनाना होता है। जिसके लिए जिला फूड इंस्पेक्टर से परमीशन भी लेनी होती है। लेकिन फूड स्टॉल संचालक बिना किसी अनुमति के अवैध तरीके से बेस किचन बनाकर गंदगी के बीच में खाद्य सामग्री व चाय बनाकर स्टेशन पर पैसेंजर्स को बिक्री कर रहे हैं।
डिप चाय खोजने से भी नहीं मिलती
आईआरसीटीसी के एक आफिसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नियमानुसार स्टेशन पर डिप चाय 10 रुपए और रेडीमेड चाय पांच रुपए में बिक्री होना चाहिए। वहीं सभी फूड स्टॉफ संचालकों को दोनों चाय रखना अनिवार्य है। जबकि हकीकत यह है कि फूड स्टॉल में डिप चाय खोजने से भी नहीं मिलेगी। वहीं रेडीमेट चाय पांच की बजाए 10 रुपए में मिलेगी।
विरोध करने पर पैसेंजर से करते अभद्रता
दैनिक जागरण आईनेक्ट की टीम ने मंडे की रात कई प्लेटफार्म पर वेंडर से बिक्री होने वाली चाय के रेट पूछे तो सभी ने 10 रुपए की बताई। जब नियमानुसार पांच रुपए में चाय बिक्री होने की बात कहीं तो वेंडर भडक़ गया और आगे बढ़ जाने की धमकी देने लगा। जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने अपना कैमरा निकाला तो वह कैमरा देखकर रफूचक्कर हो गया।
रात में ही शुरु होता खेल
कानपुर सेंट्रल स्टेशन में ओवर वेट में खाद्य सामग्री, पानी की बोतल व चाय की बिक्री का खेल रात 7 से शुरु होता है और देर रात तक चलता है। इसका कारण रात में रेलवे आफिसर्स का मूवमेंट कम होना है। दिन में आपको स्टेशन में चाय बेचने वाले वेंडर्स खोजने से भी नहीं मिलेंगे।
ओवर चार्जिंग को लेकर लगातार औचक चेकिंग कर कार्रवाई की जाती है। अगर ऐसा है तो मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। पैसेंजर्स इसकी शिकायत 139 टोल फ्री नंबर, डिप्टी एसएस कार्यालय में शिकायत पुस्तिका में लिखित शिकायत कर सकते हैं।
अमित सिंह, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन