कानपुर (ब्यूरो)। 1700 करोड़ की नजूल की जमीन पर कब्जा करने के आरोपी पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को एक मामले में कोर्ट से जमानत मिल गई। वहीं, कोतवाली में एक और केस दर्ज किया गया है। ऐेसे में अवनीश पर अब कुल 15 मुकदमे दर्ज हो गए हैं। उधर, एडवोकेट जीतेंद्र शुक्ला की बेल कोर्ट ने रिजेक्ट कर दी। डीसीपी ईस्ट एसके सिंह ने बताया कि जीतेंद्र शुक्ला का कोर्ट से वारंट लिया गया है, जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने 13 सितंबर को सुनवाई के लिए कहा है।
इस मामले में केस दर्ज
अवनीश के खिलाफ के कोतवाली में तैनात दारोगा प्रेम प्रकाश सिंह ने केस दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि 7 सितंबर को पेशी से लौटते वक्त अवनीश ने दाहिने कंधे पर लगे स्टार व वर्दी खींचते हुए गाली गलौज और मारपीट की। हमराही तथा अन्य कर्मचारियों ने अवनीश को अलग किया। अवनीश जान से मारने की धमकी देते और गाली गलौज करते हुए चला गया। प्रेम प्रकाश ने बताया कि उसके कंधे में चोट आई है।
इस केस में मिली जमानत
क्रिस्टल पार्किंग में जबरन वसूली और मारपीट और गाली गलौज का केस कोतवाली में अवनीश के खिलाफ दर्ज किया गया था। इस मामले में कोर्ट ने अवनीश को जमानत दे दी है। हालांकि पुलिस ने बेल की पुष्टि नहीं की है लेकिन अवनीश के एडवोकेट शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि इस मामले में कोर्ट ने अवनीश को जमानत दे दी है। ये मुकदमा 2 जून 2024 को चकेरी के चंद्रनगर निवासी अनिल कुमार ने दर्ज कराया था। अनिल का कहना था कि 2 जून 2024 को अवनीश, मनोज व अभिनव और इनके 4-5 अज्ञात साथियों ने गाड़ी खड़ी करने के 500 रुपये मांगे, रसीद मांगने पर गाली गलौज और मारपीट करने लगे।
कमलेश गैैंग के शातिरों को तलाश रही पुलिस
एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि कमलेश के साथी शानू लफ्फाज और मुशीर की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी करने के बाद कमलेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। वहीं पुलिस ने कमलेश से जुड़े कुछ लोगों को चिन्हित किया है। गैैंग के ये शातिर कमलेश के लिए वसूली के नेटवर्क में शामिल थे।