कानपुर (ब्यूरो)। एक हïजार करोड़ की जमीन कब्जा करने के प्रयास में गिरफ्तार पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के रिश्तेदार भी पुलिस के राडार पर आ गए हैं। अवनीश की बेनामी संपत्ति तलाशने के लिए बुधवार सुबह 7 बजे ही अवनीश को लेकर पुलिस टीम उकने पैत्रक घर औरैया के रूदाली पहुंची। वहां पूछताछ शुरू की तो अवनीश के पिता के तीन नाम सामने आए ओम प्रकाश, ओम प्रसाद और ओम जी। अवनीश के परिवार के लोगों के साथ गांव के लोगों से इंट्रोगेशन की गई। करीब छह घंटे तक अवनीश और उनसे जुड़े लोगों की हिस्ट्री खंगाली गई।

16 लोगों से पूछताछ की गई
इंवेस्गिेशन ऑफिसर(आईओ) ने फैमिली ट्री बनाई और जो लोग मिले उनसे पूछताछ की। पुलिस सूत्रों की मानें तो 16 लोगों से पूछताछ की गई। खेती, जमीन और घर की जानकारी भी ली गई। तहसील में लेखपाल से भी जानकारी की गई। जिन बैैंकों में परिवार वालों के बैैंक खाते थे, उन खातों की जानकारी ली गई और स्टेटमेंट लेकर कानपुर आने के लिए कहा गया। पुलिस सूत्रों की माने तो घर में ताला बंद कर अंडरग्राउंड हुई अवनीश की पत्नी प्रतिमा की तलाश में पुलिस प्रतिमा के मायके फतेहपुर भी जा सकती है।

कैसे बनाई करोड़ों की संपत्ति?
बता दें कि अवनीश को पुलिस ने कोर्ट से 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है। लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस अफसरों ने पूछा कि 20 हजार की सैलरी पर 5 करोड़ का बंगला, लग्जरी गाडिय़ां और करोड़ों की संपत्ति कैसे खड़ी कर दी? इसके साथ ही सवालों का लंबा चिट्ठा लेकर तमाम टीमें इनवेस्टिगेशन कर रही है। पुलिस सूत्रों की माने तो अवनीश सवालों का गोल मोल जवाब दे रहा है। ज्यादातर सवालों के जवाब में अवनीश का जवाब होता है कि आप लोग मुझे गलत फंसाने के लिए उल्टे सीधे सवाल कर रहे हैैं। पकड़े गए जुआरी मासूम से आमना-सामना भी कराया गया।

&मासूम&य से कराया सामना
अवनीश ने मासूम को पहचानने से इन्कार कर दिया। वहीं मासूम ने सामने पहुंचते ही दोनों हाथ जोडक़र अवनीश से नमस्कार किया। अवनीश के संरक्षण में मासूम शहर में 10 से ज्यादा ठिकानों पर बड़ी जुए की फड़ चलवाता था। अब तक की जांच में सामने आया है कि अवनीश ने जुआरियों को संरक्षण देकर, अवैध पार्किंग, जमीनों पर कब्जे के सिंडीकेट और नगर निगम के ठेके के साथ ही कानपुर के बड़े उद्योगपतियों को ब्लैकमेल करके करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर दी है। अवनीश अपनी कमाई का हिसाब नहीं दे सका है। पुलिस सूत्रों की माने तो ईडी तक पूरे मामले की लिस्ट भेजी जाएगी।

सिंडीकेट में दागी वकील भी
मंगलवार रात एक डीसीपी ने पूछताछ के दौरान कुछ लोगों के नाम लिया, जिन्होंने उनकी आर्थिक रूप से मदद की है। इसके साथ ही संरक्षण देने वाले पूंजीपति से संबंध, बाला जी कंपनी के मालिक जीतू शुक्ला से संबंध और मेरी एंड मैरीमैन जमीन कब्जाकांड में शामिल एक-एक व्यक्ति से संबंधों को लेकर गहनता से पूछताछ की गई। पूछताछ में शहर के दागी वकीलों के सिंडीकेट से भी अवनीश की नजदीकी सामने आई है, जो पूरे शहर में सिर्फ विवादित जमीनों पर कब्जे का काम करते हैं।

फरार आरोपियों के घर होगी कुर्की
डीसीपी ईस्ट ने बताया बुधवार को आईओ अवनीश को लेकर औरैया गए थे, इसलिए न तो कुर्की वाली फाइल मूव हो पाई है और न ही ईनाम वाली। कुर्की का नोटिस चस्पा होने के बाद जल्द ही कब्जाकांड में शामिल फरार आरोपियों के घर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।