कानपुर (ब्यूरो)। माल ले जा रही गाडिय़ों के साथ सामान को पकड़े जाने के विरोध में फ्राईडे को बड़ी संख्या में व्यापारियों ओर उद्यमियों ने एसजीएसटी ऑफिस में धावा बोल दिया। वहां मौजूद ऑफिसर्स से नाराजगी जताई। साथ ही पूछताछ के नाम पर बिजनेसमैन व ड्राइवर से अभद्रता का आरोप लगाया। उनका उग्र्र रूप देखकर ऑफिसर्स को माल सहित रोके गए दो ट्रक छोडऩे के आदेश देने पड़े।
हो सकती लूट
एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड वन एसएस मिश्रा से मिलकर बिजनेसमैन व इंडस्ट्रियलिस्ट ने कहा कि माल सहित ट्रक रोकने पर संबंधित व्यापारी को उसके मोबाइल नंबर पर सूचना देनी चाहिए, जिससे व्यापारी को जानकारी हो कि किसने गाड़ी रोकी? और क्यों रोकी है? अन्यथा कोई भी रास्ते में जांच और ऑफिसर के नाम पर वाहन रोक कर लूट भी कर सकता है। बातचीत में दोनों पक्षों ने एकदूसरे से फोन पर उचित तरीके से बात करने की सलाह दी। बिजनेसमैन ने बोकारो से ट्रेन से कानपुर लाए गए लोहे को ट्रक से फतेहपुर के चौडग़रा ले जाने की बात कही। इसमें दो ट्रक को एसजीएसटी विभाग में खड़ा कर लिया गया। जबकि सभी जरूरी कागजात मौजूद थे।
इस पर एडीश्नल कमिश्नर ने वाहनों को छोडऩे के आदेश दिए। इस मौके पर प्रोविंशियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के ब्रजेश अवस्थी, बलराम नरूला, शिवकुमार गुप्ता, शुभम भारतीय शेष नारायण त्रिवेदी, अनूप जैन, अरूण ओमर आदि थे।