कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में चल रहे स्कूलों को अब यू डायस कोड लेना कंपलसरी होगा। ऐसा न करने पर स्कूलों पर एक्शन लिया जा सकता है। बीते दिनों में यू डायस कोड जेनरेट कराने के लिए सिटी से 70 से ज्यादा आवेदन बीएसए कार्यालय में आ चुके हैैं। सूत्र बताते हैैं कि सिटी में 100 से ज्यादा स्कूलों के पास यू डायस कोड नहीं हैैं। बीएसए की ओर से स्कूलों को विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा गया है कि जिनके पास यू डायस कोड नहीं है, वह आवेदन करके जारी करवा लें। इस कोड के बिना स्कूलों की संचालन संभव नहीं है। नए नियमों के अनुसार कुछ ऐसी चीजें हैैं जो कि यू डायस कोड के बिना जारी नहीं हो सकती हैैं।
नहीं जारी होगा पेन
यू डायस कोड के बिना स्कूल की ओर से बच्चों का पेन जारी नहीं किया जा सकेगा। नए नियमों के अनुसार स्कूलों को स्टूडेंट का परमानेंट एजुकेशन नंबर (पेन) जारी करना है। पेन एक बार जारी होने के बाद 12वीं तक चलेगा। स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए कंपलसरी है कि वह बच्चों का पेन जारी करें। अब पेन के जरिए ही स्कूल ट्रांसफर और टीसी जारी होने समेत कई सारी फैसिलिटीज मिलेेंगी। इसके अलावा पेन नंबर से स्टूड़ेंट का सारा एकेडमिक रिकॉर्ड देखा जा सकेगा। ऐसे में पेन नंबर जारी करने के लिए स्कूलों के पास यू डायस कोड होना कंपलसरी है।
यू डायस को़स जारी कराने का प्रोसेस
यू डायस कोड जारी कराने के लिए स्कूलों को मान्यता के पेपर के साथ आवेदन करना होगा। आवेदन फॉर्म भरने के बाद अपने ब्लॉक के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बीईओ) ऑफिस से फॉरवर्ड कराना होगा। उसके बाद फॉर्म को बीएसए ऑफिस आकर यू डायस पटल पर जमा करना होगा। बीएसए ऑफिस में मान्यता के पेपर आदि चेक होने के बाद आगे का प्रोसेस किया जाएगा। अफसर बताते हैैं कि फिलहाल पोर्टल बंद चल रहा है। जल्द ही खुलने की संभावना है जो भी आवेदन आए हैैं, पोर्टल खुलते ही उनका कोड जारी कराने का प्रोसेस किया जाएगा।
बिना मान्यता वाले स्कूलों पर चलेगा डंडा
सिटी के अलग-अलग इलाकों में कई ऐसे स्कूल संचालित हैैं जो कि बिना मान्यता के अमान्य क्लासेज चला रहे हैैं। स्कूल संचालक किसी अन्य स्कूल से फॉर्म आदि भरवाकर क्लासेज को चला रहे हैैं। ऐसे स्कूलों पर जुलाई महीने से अभियान चलाकर बंद कराया जाएगा और एक्शन लिया जाएगा। इस काम के लिए बीईओ को अपने अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी दी जाएगी। क्योंकि बिना मान्यता चलने वाले स्कूलों के बच्चों का पेन नंबर जारी नहीं हो सकेगा, जिससे उनके फ्यूचर पर खतरा हो सकता है।