कानपुर (ब्यूरो)। कोलकाता में मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर संग हुई गैंग रेप व हत्या की घटना को लेकर पूरे देश के डॉक्टर्स में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर फ्राईडे को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के जेआर डॉक्टर्स ने भी ओपीडी सेवा बंद कर दी। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन &आईएमए&य ने सैटरडे सुबह 6 बजे से 24 घंटे तक इमरजेंसी को छोड़ सभी मेडिकल सुविधाएं बंद रखने का आह्वान किया है। प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा करते हुए आईएमए अध्यक्ष ने बताया कि गवर्नमेंट अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो आगे चलकर यह आंदोलन व्यापक रूप लेगा।
ओपीडी बन्द होने से पेशेंट लौटे
जूनियर डॉक्टर की गैंग रेप के बाद नृशंस हत्या कर देने के मामले को लेकर बीते पांच दिनों से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स में रोष देखने को मिल रहा है। लगातार कैंडल मार्च निकाल कर गवर्नमेंट से महिला डॉक्टर का इंसाफ दिलाने का आग्रह किया जा रहा था। फ्राइडे को जूनियर डॉक्टर्स का आक्रोश और बढ़ गया। हैलट में गायनिक, आर्थो, गैस्ट्रो, पीडियाट्रिक, नेफ्रोलॉजी, मेडिसिन समेत अन्य डिपार्टमेंट के जूनियर डॉक्टर्स ने ओपीडी बंद कर प्रोटेस्ट में बैठ गए। जिससे ओपीडी में ट्रीटमेंट के लिए आए हजारों पेशेंट को मायूस लौटना पड़ा।
2400 से अधिक सीनियर डॉक्टर्स आज नहीं देंगे सेवाएं
आईएमए कानपुर की प्रेसीडेंट डॉ। नंदिनी रस्तोगी ने बताया कि कोलकाता की घटना को देखते हुए आईएमए ने 17 अगस्त की सुबह 6 बजे से 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक इमरजेंसी सेवाएं छोड़ कर ओपीडी, डायग्नोस्टिक समेत अन्य सेवाएं बंद रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आईएमए कानपुर मेंबर्स की संख्या के मामले में यूपी में नंबर वन और देश में पंाचवें नंबर में है.कानपुर में वर्तमान में 24 सौ से अधिक डॉक्टर्स पदाधिकारी व सदस्य है।
हैलट, उर्सला से कार्डियोलॉजी तक में असर
सिटी में गवर्नमेंट के बड़े हॉस्पिटल की बात करें तो हैलट, उर्सला, कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट, कांशीराम हॉस्पिटल समेत 8 से अधिक हॉस्पिटल ऐसे हैं जहां बड़ी संख्या में पेशेंट सिटी के साथ आसपास के 17 सिटीज से भी ट्रीटमेंट के लिए आते हैं। सैटरडे को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सभी जेआर डाक्टर्स ने ओपीडी सेवाएं बंद रखने का आह्वान किया है। लिहाजा सैटरडे को हैलट, कार्डियोलॉजी, मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल, जेके कैंसर हॉस्पिटल, गायनिक डिपार्टमेंट, उर्सला, कांशीराम, केपीएम हॉस्पिटल की ओपीडी प्रभावित रहेगी। इसके अलावा सिटी के सैकड़ों सीनियर डॉक्टर्स की ओपीडी भी बंद रहेगी। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल रहेंगी।
आंकड़े
17 अगस्त की सुबह 6 बजे से इमरजेंसी छोड़ सभी मेडिकल सेवाएं रहेंगी ठप
24 सौ से अधिक आईएमए के सदस्य सैटरडे को नहीं करेंगे कोई ओपीडी
10 से अधिक गवर्नमेंट हॉस्पिटल में भी ओपीडी सेवाएं रहेगी प्रभावित
12 से अधिक जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डिपार्टमेंट के जेआर प्रोटेस्ट में
आईएमए की यह मांगें
आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाए
डॉक्टर्स और अन्य संबंधित स्टॉफ को अत्याचारों से बचाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाया जाए।
सभी स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को विशेष संरक्षित क्षेत्र घोषित करें, 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था हो
डॉक्टर्स की सुरक्षा से संबंधित नियमों को लागू करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद को सशक्त बनाएं
कोलकाता की घटना के आरोपियों सख्त से सख्त सजा देने और डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए सख्त कानून की मांग को लेकर आईएमए के लगभग 2400 डॉक्टर्स ओपीडी व डायग्नोस्टिक सेवाओं को 24 घंटे के लिए बंद रखेंगे। हालांकि इसके लिए किसी सदस्य पर जोर जबरदस्ती या दबाव की आवश्यकता नहीं है। सभी सदस्य अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन इस आह्वान में शामिल हों।
डॉ। नंदिनी रस्तोगी, आईएमए, अध्यक्ष