कानपुर (ब्यूरो)। सडक़ों को गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैैं। संडे देर रात गोविंद नगर में गड्ढे की वजह से हुए हादसे में बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई। मरने वाले रिश्ते में मामा-भांजे थे। स्थानीय लोगों की माने तो गोविंदपुरी के पुराने पुल के दोनों तरफ सडक़ पर गहरे गड्ढे हैैं। जिसकी वजह से अक्सर हादसे होते रहते हैैं, लेकिन जिम्मेदारों पर इन हादसों का कोई असर नहीं पड़ रहा है। केवल गोविंद नगर ही नहीं बल्कि शहर के कई इलाकों में गहरे गड्ढे हैैं, जो बाइक सवारों के साथ कार सवारों को भी दर्द दे रहे हंै।

नाना के श्राद्ध पर आया था
साकेत नगर निवासी विनोद बाजपेई एक निजी बैैंक में कैशियर हैैं। शनिवार को विनोद के पिता राजाराम का श्राद्ध था। जिसमें शामिल होने के लिए इटावा के ऊसराहार निवासी उनका १६ साल का भांजा मां रानो के साथ आया था। श्राद्ध का काम खत्म होने के बाद विमल मामा विनोद के साथ नवाबगंज निवासी मौसी कामिनी से मिलने गया था।

दोनों मामा-भांजे रात लगभग साढ़े बारह बजे बाइक से वापस आ रहे थे। गोविंद नगर पुल उतरते समय बाइक चला रहे विनोद को अचानक गड्ढा दिखा। बाइक रोकने के चक्कर में बजरी पर पहिया पड़ा और बाइक फिसल गई। विमल और विनोद दोनों दीवार से टकराए। पुलिस और स्थानीय लोगों ने उन्हें हैलट भिजवाया जहां ट्रीटमेंट के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।

सिर और कंधे की टूटी हड्डियां
एटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक, विमल के सिर और कंधे की ५ हड्डियां और विनोद की चार हड्डियां टूटी मिली हैैं। दोनों की मौत ज्यादा खून बहने से हुई है। एक ही परिवार में एक साथ दो मौतें होने से कोहराम मच गया। विमल अपने माता पिता का इकलौता बेटा था।

शहर की इन राहों पर हैैं गड्ढे
यूं तो शहर की सडक़ों में गड्ढे ही गड्ढे हैैं। कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो पूरे शहर की सडक़ें टूटी हुई हैैं। गुरुदेव पैलेस से लेकर गोल चौराहे तक टूटी सडक़ और गोल चौराहे से लेकर गुटैया क्रॉसिंग तक सडक़ पर गड़्ढे देखे जा सकते हैैं। वहीं, साउथ सिटी के गोविंदपुरी के पुराने पुल के दोनों तरफ, बारादेवी चौराहा, बाबाकुटी, चौराहा, सचान चौराहा, बर्रा दो में हनुमान मंदिर के पास, दारोगा आटा चक्की के पास, शहर में घुसते ही जाजमऊ का इलाका, चकेरी समेत आधा दर्जन इलाका और शहर की तमाम सडक़ों पर केवल गड्ढे ही गड्ढे हैैं।