कानपुर (ब्यूरो)। कर्नल सीके नायडू मुकाबले में मैच के अंतिम दिन उप्र के गेंदबाजों की परीक्षा गोवा की सलामी जोड़ी अजान (111) और चिट्टीम (82) ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए मैच में हार को टाला। फालोआन खेलते हुए गोवा की सलामी जोड़ी ने मैच के अंतिम दिन दो विकेट के नुकसान पर 283 रन बनाकर मैच को ड्रा कराया। अंतिम दिन उप्र को जीत के लिए 10 विकेट की दरकार थी। जिसे गोवा की सलामी जोड़ी ने पूरा नहीं होने दिया। इससे पहले उप्र ने घरेलू मैदान में छह विकेट के नुकसान 587 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जिसके जवाब में गोवा पहली पारी में महज 194 रन ही बना पाया था। दूसरी पारी में फालोआन खेलते हुए गोवा की सलामी जोड़ी ने संघर्ष करते हुए मैच में टीम की हार बचाई।

अहम साझेदारी

मंडे को फालोआन खेलते हुए गोवा ने बिना किसी नुकसान के 107 रनों से आगे खेलना शुरू किया। अंतिम दिन घरेलू मैदान में उप्र के गेंदबाजों के सामने गोवा ने संभलकर खेलते हुए पहले विकेट के लिए 189 रनों की अहम साझेदारी की। पहली पारी में गोवा की लाज बचाने वाली सलामी जोड़ी अजान और चिट्टीम ने दूसरी पारी में भी अहम भूमिका निभाई। अजान (111) और चिट्टीम (82) के बदौलत मैच को ड्रा की ओर धकेल दिया। भोजनकाल के बाद शतक पूरा करने वाले अजान को स्वास्तिक ने क्लीन बोल्ड कर दिया।

इसके कुछ देर बाद ही शतक की ओर बढ़ रहे चिट्टीम (82) पर ऋषभ की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए। हालांकि तब तक बहुत देर हो गई थी और मैच लगभग ड्रा की बढ़ गया। यूपी की जीत की उम्मीदों को गोवा के कप्तान कौशल (28) और विकेट कीपर बल्लेबाज शिवेंद्र (41) ने खत्म कर दिया। चायकाल के दौरान ही दोनों कप्तानों की सहमति से मुकाबले को ड्रा घोषित किया गया। गोवा दोनों पारी में खेलने के बाद उप्र की पहली पारी के स्कोर से 110 रन पीछे रहा। हालांकि ड्रा मुकाबले में पहली पारी में बढ़त के आधार पर उप्र को तीन और गोवा को अंक से संतोष करना पड़ा।

लगातार तीन जीत के बाद घर में रुका उप्र का विजय रथ

बीसीसीआई की कर्नल सीके नायडू ट्राफी में इस सीजन जम्मू एंड कश्मीर, दिल्ली और सौराष्ट्र पर जीत के बाद घर में उप्र का विजय रथ रुका। पहले मुकाबले में छत्तीसगढ़ जैसी कमजोर टीम के सामने उप्र ड्रा खेलने को मजबूर हुआ। वहीं, दूसरे मुकाबले में बड़ा स्कोर बनाने और पहली पारी में गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के बाद भी दूसरी पारी में गोवा के बल्लेबाज मैच ड्रा कराने में सफल रहे।