कानपुर (ब्यूरो)। शहर में सैकड़ों की संख्या में अवैध रूप से हॉस्पिटल और नर्सिंगहोम संचालित हो रहे हैं। इनके पास न तो क्वालीफाइड डॉक्टर्स हैं न पैरामेडिकल स्टाफ। इसके बाद भी हर बीमारी का इलाज करने के दावे के साथ पैसेंजर्स को लूट रहे हैं और उनकी जान से खिलवाड़ भी कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के संरक्षण और सेटिंग गेटिंग से ये खेल हो रहा है। कल्याणपुर में ऐसा ही एक मामला आया है। जहां अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल की शिकायत विभाग से की गई। जिसके बाद सीएमओ ने मामले की जांच कराई और डीएम को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा, हॉस्पिटल संचालित नहीं हो रहा है, कोई पेशेंट भर्ती नहीं मिला। वहीं ठीक एक दिन बाद एडी हेल्थ ने हॉस्पिटल में छापा मारा तो सीएमओ की रिपोर्ट फर्जी साबित हुई। हॉस्पिटल संचालित होता मिला और दो पेशेंट भी भर्ती थे। जबकि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के नाम पर कोई नहीं मिला। ऐसे में सीएमओ की जांच टीम पर सवाल उठ रहे हैं?

डीएम को सौंप दी रिपोर्ट
कल्याणपुर स्थित पुराने शिवली रोड स्थित जीडी हॉस्पिटल की शिकायत कल्याणपुर निवासी एकेआरएस ने ३० जुलाई को आईजीआरएस पोर्टल पर की थी। कहा गया कि हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है। फाइल पुटअप न होने पर १० अगस्त को फिर से शिकायत की गई। जिसको लेकर सीएमओ ने मामले की जांच कराई और १४ अगस्त को डीएम को रिपोर्ट भी सौंप दी। रिपोर्ट में बताया कि जांच के दौरान हॉस्पिटल बंद पाया गया। कोई पेशेंट भर्ती नहीं था। नर्सिंग होम संचालक ने लाइसेंस के लिए अप्लाई करने की बात कही। शिकायतकर्ता के पास भी जांच रिपोर्ट की कॉपी भेज दी गई।

शिकायतकर्ता ने जताई असंतुष्टि
सीएमओ की जांच रिपोर्ट पर शिकायतकर्ता ने असंतुष्टि जताई और वापस शिकायत की। जिस पर अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने मामले की जांच कराई। एडी हेल्थ ने २९ अगस्त को अपनी रिपोर्ट सौंपी जो सीएमओ की रिपोर्ट के बिल्कुल उलट थी। शिकायतकर्ता की बात सही पाई गई। एडी हेल्थ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि नर्सिंग होम अवैध रूप से संचालित होता मिला। दो पेशेंट एडमिट मिले। हॉस्पिटल में एमबीबीएस डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ भी नहीं मिला। मेडिकल वेस्ट के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की थी। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने २९ अगस्त को मामले की रिपोर्ट बनाकर संयुक्त निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल को भेज दी है।

अवैध तरीके सेचलाते आईसीयू व एनआईसीयू
कल्याणपुर में बड़ी संख्या में अवैध तरीके व मानकों के विपरीत छोटे-छोटे स्पेस में नर्सिंग होम व आईसीयू व एनआईसीयू संचालित हो रहे है। जहां पेशेंट की जान से खिलवाड़ किया जाता है। इसके अलावा कुछ नर्सिंग होम में आईसीयू व एनआईसीयू की सुविधा भी नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने हॉस्पिटल के बाहर आईसीयू व एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध होने का दावा करते है। जोकि पेशेंट को क्रिटिकल कंडीशन में दूसरे नर्सिंग होम संचालक को बेच देते हैं। अवैध तरीके से चल रहे जीडी नर्सिंग होम के निरीक्षण के दौरान मिली खामियों में भी अपर निदेशक ने इस मामले को संज्ञान में लिया है कि वहां आईसीयू व एनआईसीयू की कोई सुविधा नहीं है फिर भी नर्सिंग होम में यह सुविधा उपलब्ध होने की बात लिखी है।

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास मौजूद दोनों जांच रिपोर्ट
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास जीडी नर्सिंग होम की आईसीआरएस शिकायत के बाद सीएमओ व अपर निदेशक द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट का फोटोकॉपी मौजूद है। जोकि सीएमओ की तरफ से डीएम को सौंपी गई है। वहीं अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल ने संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल को भेजी है। यह साक्ष्य शिकायतकर्ता ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को उपलब्ध कराया है।

जवाब देने से बचते रहे आफिसर्स
मामले की पूरी जानकारी करने के लिए जब रिपोर्टर ने सीएमओ को फोन मिला तो कई कॉल करने के बाद भी उनकी तरफ से रिप्लाई नहीं दिया गया। जिसके बाद अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से बात करने पर उन्होंने आईजीआरएस के तहत कई शिकायतें और उस पर कार्रवाई करने की बात कहीं। जिसकी वजह से यह मामला उनको याद नहीं है। उन्होंने आईजीआरएस शिकायतों को हैंडल करने वाले स्टॉफ से मामले की जानकारी लेकर कॉल करने की बात कहीं, लेकिन देर रात तक उनका भी कोई रिप्लाई नहीं आया।
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