कानपुर (ब्यूरो)। एक हजार करोड़ रुपये की नजूल की जमीन पर कब्जे के प्रयास के आरोपी ने मंगलवार को सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए कुर्की की कार्रवाई के लिए उसके घर नोटिस चस्पा किया था। पुलिस को चकमा देकर उसने सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। स्वर्ण जयंती विहार निवासी विवेक कुमार पांडेय उर्फ सोनू का नाम पुलिस ने विवेचना में शामिल किया था। उसकी गिरफ्तारी न होने पर कुर्की की कार्रवाई शुरू की गई थी।

पुलिस दे रही थी दबिश
सोनू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। विवेक के अधिवक्ता कपिलदीप सचान ने बताया कि सीजेएम कोर्ट में मंगलवार को सरेंडर की अर्जी दी गई। बताया गया कि कोतवाली थाने में नजूल की जमीन पर कब्जे के मुकदमे में उसे अभियुक्त बनाया गया है। कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने कोर्ट में रिपोर्ट दी तो नजूल की जमीन के मुकदमे में उसका नाम प्रकाश में आया है।

इसमें वह वांछित चल रहा है। इसके बाद कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। अधिवक्ता ने बताया कि पहले विवेक की अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में अर्जी लगाई गई थी। इसमें पुलिस ने रिपोर्ट दी थी कि वह इस मुकदमे में वांछित नहीं है। बाद में उसका नाम बढ़ा दिया गया।