कानपुर (ब्यूरो)। सीएसजेएमयू ने बैैक पेपर देने की फीस को 550 से बढ़ाकर 1050 कर दिया है। ऐसे में अब एक बैक पेपर के लिए स्टूडेंट्स को 1050 फीस अदा करनी होगी। यदि एक बैक पेपर से ज्यादा हैैं तो आपके बैक पेपर की फीस, पूरे सेमेस्टर एग्जाम फीस (1200 लगभग) से ज्यादा होगी। यूनिवर्सिटी की ओर से बैक पेपर की फीस को बढ़ाए जाने को लेकर स्टूडेंट्स में असंतोष है। वह एक साथ फीस को दोगुना के लगभग बढऩे का विरोध कर रहे हैैं। केवल स्टूडेंट्स की नहीं बल्कि टीचर्स ने भी इसका विरोध शुरू कर दिया है। बीते दिनों जारी हुए इवेन सेमेस्टर के रिजल्ट में लगभग 25 हजार स्टूडेंट्स फेल हुए है, जो कि बैक पेपर देंगे। ऐसे में बैक पेपर देने वाले स्टूडेंट्स को बढ़ी हुई फीस देनी होगी।
टीचर्स ने ग्रुप्स में जताया विरोध
बैक पेपर की बढ़ी फीस का टीचर्स ने भी विरोध शुरू कर दिया है। टीचर्स ग्रुप में बढ़ी फीस पर प्रतिक्रिया देने लगे हैैं। टीचर्स लिख रहे हैैं कि यूनिवर्सिटी स्पेशल बैक के नाम पर स्टूडेंट्स को खुलेआम लूट रही है। टीचर्स का कहना है कि एक से ज्यादा बैक पेपर देने वाले स्टूडेंट्स की फीस तो सेमेस्टर एग्जाम से ज्यादा हो रही है। ऐसे में स्टूडेंट समझ नहीं पा रहा है कि वह बैक पेपर में शामिल हो या नहीं।
एक से ज्यादा बैक पेपर देने वालों को मिले छूट
कानपुर विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ। अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी को स्टूडेंट वेलफेयर में एक से ज्यादा बैक पेपर देने वाले स्टूडेंट्स को छूट देनी चाहिए। पहले पेपर में यूनिवर्सिटी 1050 रूपए ले और ज्यादा सब्जेक्ट होने पर छूट दे।
पेपर सेटिंग से लेकर एग्जाम तक कई खर्च
पूरे मामले पर सीएसजेएमयू के एक अफसर से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि फीस बढ़ाने को लेकर बीते कई महीनों से बात चल रही थी। पेपर सेट कराने से लेकर एग्जाम तक कई काम होते हैैं, जिसमें खर्च ज्यादा आता है। इसी वजह से फीस को बढ़ाया गया है। एक से ज्यादा बैक पेपर भरने पर फीस सेमेस्टर एग्जाम से ज्यादा होने पर भी वह सहमत रहे। खबर पर पूरी जानकारी तो दे दी लेकिन अंत में बोले कि आफिशियल वर्जन में मेरा नाम मत छापिएगा।