कानपुर (ब्यूरो)। गुजैनी-दबौली को जोडऩे वाली पुलिया की टूटी रेङ्क्षलग की वजह से नौ वर्षीय थर्ड क्लास का स्टूडेंट गिर गया था। न्यूज पेपर में खबर प्रकाशित होने के बाद ङ्क्षसचाई विभाग की नींद खुली। मंडे को आफिसर्स ने टूटी पुलिया पर लोहे की रेङ्क्षलग लगवाई। इससे पुलिया से रोजाना गुजरने वाले 20 हजार लोगों को राहत मिलेगी।

निकलने से घबराते थे

पनकी नहर कोठी नौरैयाखेड़ा स्केप से नहर गुजैनी-दबौली से होते हुए बर्रा आठ के पास से निकली पांडु नदी में गिरती है। इस बीच गुजैनी-दबौली को जोडऩे वाली नहर पुलिया टूटी होने से लोगों को वहां से निकलने से भी घबराते थे। पुलिया पर एक साथ कई वाहनों के होने के दौरान लोग पैदल किनारे से निकलते हैं। जिससे हादसे का भी डर रहता था। पूर्व में कई बार जानवर भी नहर में गिर चुके हैं।

बच गई थी जान

पांच नवंबर को बहन के साथ कोङ्क्षचग से लौट रहा थर्ड क्लास का स्टूडेंट देवांश भी हादसे का शिकार हुआ और नहर में गिर गया था। हालांकि चट्टा संचालक धर्मेंद्र पाल ने उसकी जान बचा ली। अधिशासी अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि पुलिया पर अभी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए लोहे के पाइप लगवाए गए हैं। जिससे हादसों का डर नहीं रहेगा।