कानपुर (ब्यूरो)। KDA Flats in Kanpur: केडीए की लगभग एक दर्जन स्कीम में सात हजार से अधिक से फ्लैट सालों से खाली पड़े हुए हैं। फ्लैट्स को बेचने की केडीए ने तमाम कोशिशें कि लेकिन कुछ खास कामयाबी हासिल नहीं हुई। बीते फाइनेंशियल ईयर में तो कोरोना काल से भी आधी संख्या में फ्लैट नहीं बिके हैं। साल 2023-24 में सिर्फ 122 फ्लैट ही बिक पाए। फ्राईडे को हुई केडीए बोर्ड की मीटिंग में इन खाली फ्लैट्स मुद्दा फिर उठा। एक बार फिर इन फ्लैट्स को बेचने के लिए इनकी कॉस्ट फ्रीज करते हुए पहले आओ पहले पाओ को मंजूरी दे दी है।
चार वर्षो में सबसे कम
केडीए की 12 स्कीम में 7322 फ्लैट खाली पड़े हुए हैं। इसमें से 179 थ्री बीएचके फ्लैट हैं, अन्य सभी टू व वन बीएचके फ्लैट है। थ्री बीएचके फ्लैट सिग्नेचर ग्र्रीन्स विकास नगर, केडीए हाईट कल्याणपुर-बिठूर रोड और केडीए ग्र्रीन्स मैनावती मार्ग में हैं। पिछले फाइनेंशियल ईयर में भी इन्हें बेचने के लिए फ्लैट्स के रेट नहीं बढ़ाए गए। सिग्नेचर सिटी विकास नगर को छोडक़र अन्य स्कीम के फ्लैट की कॉस्ट फ्रीज करने के साथ ही पहले आओ पहले पाओ स्कीम भी लागू की गई थी। बावजूद इसके बीते फाइनेंशियल ईयर में केवल 122 फ्लैट ही बिक सके। जो कि पिछले चार वर्षो में सबसे कम है।
2019 में किए थे फ्रीज
कोरोना काल 2020-21 और 2021-22 में भी इससे दोगुना फ्लैट बिक गए थे। केडीए रिपोर्ट के मुताबिक इन फाईनेंशियल ईयर में क्रमश: 252 व 324 फ्लैट बिके थे। सिग्नेचर सिटी विकास नगर को छोड़ अन्य सभी खाली पड़े फ्लैट्स के रेट फ्रीज किए गए हैं। इन फ्लैट्स की कीमत 9.40 लाख से लेकर 50.38 लाख रुपए तक हैं। केडीए इम्प्लाइज के मुताबिक अगस्त 2015 में पहली बार पहले आओ पहले पाओ स्कीम लागू की गई थी। फिर भी फ्लैट न बिकने पर वर्ष 2019 में फ्लैट के रेट फ्रीज कर दिए गए थे। तब से अब तक शायद ही रेट बढ़ाए गए हो। लगातार रेट फ्रीज ही रहे।
एजेंट भी नहीं बेच पाए
फ्लैट्स को बेचने के लिए केडीए ने एजेंट्स की भी मदद ली। फ्लैट मेला भी लगाया। कई प्रकार के लुभावने ऑफर भी दिए लेकिन बहुत अधिक कामयाबी नहीं मिली। फ्राईडे को कमिश्नर अमित गुप्ता की अध्यक्षता में हुई केडीए बोर्ड मीटिंग में एक बार फ्लैट के रेट फ्रीज कर &पहले आओ पहले पाओ&य स्कीम लागू कर दी गई है। केडीए वीसी मदन सिंह गब्र्याल ने बताया कि रेट फ्रीज करने, पहले आओ पहले पाओ के अलावा फ्लैट बेंचने के अन्य उपाय भी किए जा रहे हैं।