कानपुर (ब्यूरो)। सीधे-सादे बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगों ने पूर्वांचल के आठ युवकों से करीब 60 लाख रुपयों की ठगी कर ली। इतना ही नहीं आरोपियों ने नौकरी दिलवाने से पहले उन्हें रेलवे, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी में एक महीने की ट्रेङ्क्षनग भी करवाई। इसके बाद नौकरी ज्वाइन कराने का झांसा देकर भाग निकला। पीडि़त युवक आरोपियों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं।

आधी रकम नगद और आधी ली गई बैैंक में
मूलरूप से मिर्जापुर जनपद के नकहरा निवासी अश्विनी कुमार ने बताया कि उन्नाव निवासी विवेक कुमार लकी फ्रांसिस ने पिछले साल रेलवे, पीब्ल्यूडी और नगर निगम में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। नौकरी के नाम पर उसने सात से आठ लाख रुपये की मांग की थी। इस पर उसने अपने साले रामकुमार, दोस्त अभय प्रताप, धर्मेन्द्र कुमार और रामप्रकाश ङ्क्षसह समेत आठ युवकों को लाया था। इनमें प्रयागराज, उन्नाव,जौनपुर,बलिया और मिर्जापुर के आठ लोग शामिल थे। इसमें आधी रकम नकदी और शेष बैंक के माध्यम से दी गई थी।

घंटाघर, फजलगंज और पनकी में हुआ लेन देन
यह रकम घंटाघर, फजलगंज और पनकी में दी गई। आरोपितों ने इसके लिये रेलवे में जूही जीएमसी यार्ड, दादा नगर और पनकी धाम समेत कई स्थानों पर वहीं नगर निगम में भी एक माह की ट्रेङ्क्षनग करवाई थी। इसके बाद आरोपियों ने एक माह बाद नौकरी ज्वाइन कराने का झांसा दिया। इस पूरे मामले में आरोपियों ने स्टांप पर लिखापढ़ी कराते हुए नौकरी लगवाने की बात भी कही।

करीब आठ माह का समय बीतने के बाद अपना रुपया मांगने पर आरोपी विवेक उर्फ लकी फ्राङ्क्षसग युवकों को धमका रहा है। बदनामी और फैमिली मेंबर्स के डर से पीडि़त युवक आरोपी को शहर में तलाश रहे हैं।