कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में &ट्रैफिक दोस्त&य लांच होने के बाद पहले दिन का रेस्पांस बहुत बेहतर रहा। सबसे ज्यादा शिकायतें साउथ जोन से आईं। दूसरे नंबर पर सेंट्रल जोन और तीसरे नंबर पर वेस्ट जोन और चौथे नंबर पर ईस्ट जोन से आने वाली शिकायतेें रहीं। एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि सोशल मीडिया पर आने वाली शिकायतों का रेस्पांस बेहतर है। जितनी ज्यादा शिकायतें आएंगी, उतनी ही शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा। बताते चलें कि थर्सडे को डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह और एडीशनल सीपी हरीश चंदर ने ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए &ट्रैफिक दोस्त&य योजना लांच की है। इसके तहत 15 दिन पब्लिक की शिकायतें ली जाएंगी। इसके बाद इन सभी शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा।
इस तरह की शिकायतें आईं सामने
डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह ने बताया कि शहर में इनक्रोचमेंट की ज्यादा शिकायतें आई हैैं। घंटाघर से टाटमिल तक लगने वाले जाम की शिकायत भी प्रमुखता से की गई है। साउथ जोन से गोविंद नगर पुराना पुल, चावला मार्केट और नंदलाल चौराहे पर जाम की समस्या बताई गईं। चावला मार्केट से धर्मकांटा रोड पर बीच सडक़ पर बने गड्ढों की वजह से जाम लगने की बात कही गई। सडक़ पर घूम रहे आवारा जानवरों की समस्या भी सोशल मीडिया पर बताई गई। यशोदा नगर चौराहे पर ट्रैफिक लाइट के पोल पर टाइमर न लगने की जानकारी दी गई। ये भी कहा गया कि ट्रैफिक जाम के दौरान पुलिस कर्मी जाम नहीं खुलवाते बल्कि मोबाइल पर बिजी दिखाई देते हैैं। स्कूल की छुट्टïी के बाद जाम लगने की शिकायत भी की गई।
ई-रिक्शा की भी खूब शिकायतें आईं
डीसीपी ने बताया कि ई-रिक्शा की प्रमुखता से शिकायत की गई है। नाबालिग ई रिक्शा ड्राइवर के गाड़ी चलाने और फिर हादसे करने की शिकायत भी बड़ी संख्या में थी। कोतवाली इलाके में लगने वाला जाम और उसके निस्तारण की मांग भी की गई। रात में ई-रिक्शा ड्राइवर बिना लाइट जलाए गाड़ी चलाते हैैं जिससे लगातार हादसे होते हैैं। ये एक हाथ में मोबाइल पकड़े रहते है। जबकि दूसरे हाथ से ई रिक्शा का हैैंडिल। जेके चौराहे पर लगने वाला जाम और मोतीझील पर सडक़ किनारे बाइक पर बैठे ट्रै्फिक कर्मियों के टाइम पास करने की शिकायत भी की गई।
सडक़ पर खड़े वाहनों को हटाने की मांग
शिकायतों में सडक़ पर खड़े वाहन हटाए जाने के लिए भी कहा गया। एक शिकायत में कहा गया कि बेवजह घंटों के हिसाब से वाहन खड़े किए जाते हैैं। रामादेवी ओवरब्रिज और जाजमऊ के पास पुलिस जाम हटवाने के बजाय वसूली करती है। इस शिकायत को भी प्रमुखता से बताया गया।