कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। पुलिस ने एसीपी के पेशकार को घूस लेते हुए अरेस्ट कराने वाले दिव्यांग युवक की मां और भाई को हत्या के प्रयास में जेल भेज दिया है। दिव्यांग का आरोप है कि पेशकार को जेल भिजवाने की खुन्नस में साजिश रची गई है। पीडि़त ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है।

यह है पूरा मामला
जूही लाल कॉलोनी अंबेडकर नगर निवासी रिंकू पासवान दिव्यांग हैं। 15 जुलाई 2024 को रिंकू ने पड़ोसी मोना कश्यप, श्रीबल, राजा कश्यप और समीर के खिलाफ किदवई नगर थाने में एससी/एसटी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले की जांच तत्कालीन एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव कर रहे थे।

एसीपी के पेशकार हेड कांस्टेबल शहनवाज खान ने कार्रवाई के नाम पर 25 हजार रुपए मांगे। रिंकू ने मामले की शिकायत विजलेंस में कर दी। विजलेंस ने 10 सितंबर को शहनवाज खान को 15 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा और अरेस्ट करके जेल भेज दिया था। वहीं, पुलिस कमिश्नर ने एसीपी अमरनाथ क्राइम ब्रांच ट्रांसफर कर दिया था।

इसलिए लिया एक्शन

एसीपी बाबूपुरवा अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि आए दिन दोनों पक्षों में मारपीट हो रही थी। युवक के सिर पर चोट लगी थी। इस वजह से मामले में एफआईआर दर्ज करके आरोपियों को जेल भेजा गया है। भले ही वह पहले मुकदमे का वादी व दिव्यांग है, लेकिन उसकी भी बराबर की गलती है। इस वजह से मामले में एक्शन लिया गया है।