कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में अगर आप रात के समय में कहीं भी जा रहे हैं तो बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है क्योंकि अंधेरा होते ही ई-रिक्शा ड्राइवर्स की अंधेरगर्दी शुरू हो जाती है, जिससे आपको गंभीर चोट लग सकती है। इतना ही नहीं, जान भी जान सकती है। ये बातें हम आपको डराने के लिए नहीं कह रहे हैं, बल्कि हालात ही कुछ ऐसे हैं। फ्राइडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर की कई रोड्स पर ई-रिक्शा को लेकर रियलिटी चेक किया तो चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। शहर में ज्यादातर ड्राइवर्स हेड लाइट बंद कर ई-रिक्शा दौड़ाते मिले। सिर्फ गलियों में ही नहीं, हाईवे पर भी वह हेड लाइट बंद कर फर्राटा भरते मिले। पूछने पर किसी ड्राइवर ने कहा कि फॉल्ट हो गया तो कोई बोला, बैटरी खत्म हो जाती है। हैरानी वाली बात है कि ये ई-रिक्शा इस तरह सडक़ों पर यमराज बन घूम रहे हैं, लेकिन कोई भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी इन्हें रोक नहीं रहा है, जिसकी वजह से इनके हौसले बुलंद है। ये खुलेआम मनमानी कर रहे हैं।
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केस-1 बरसात में फॉल्ट हो गया
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम रियलिटी चेक करने के लिए रात में सडक़ पर उतरी, तभी रावतपुर क्रॉसिंग की तरफ से काकादेव की तरफ जा रहा था। रिपोर्टर ने हाथ देकर उसको रुकवाया। रात में ई-रिक्शे की हेड लाइट न जलाने का कारण पूछा। चालक ने कहा कि बरसात की वजह से फॉल्ट हो गया है। इसकी वजह से लाइट नहीं जल रही है। कल मैकेनिक के पास जा कर दिखवाएंगे।
केस-2 बैटरी खत्म हो जाएगी
देवकी चौराहे से काकादेव थाने वाली सडक़ पर रिपोर्टर ने हेड लाइट बंद कर आ रहे एक ई-रिक्शा को हाथ दिखाकर रोका। रिपोर्टर ने लाइट न जलाने का कारण पूछा तो उसने बड़ी सहजता के साथ कहा कि हम रात में चलाते ही नहीं है। रिपोर्टर ने सवाल करते हुए कहा कि अभी तो रात के 9 बजने वाले है तो सडक़ पर क्या कर रहे हो, जब तुम रात में ई-रिक्शा नहीं चलाते। इस पर चालक बोला कि घर जा रहे हैं। बैटरी खत्म न हो जाए, इसलिए हेड लाइट नहीं जलाई है।
केस-3 बैटरी लोड बहुत लेती
जेके मंदिर की तरफ से नरेंद्र सेतु पुल की तरफ जाते हुए ई-रिक्शा चालक को रिपोर्टर ने हाथ दिखाकर रोका। रात में ई-रिक्शा की हेड लाइट रात में न जलाने का कारण पूछा तो उसने कहा कि लाइट जलाने से बैटरी लोड बहुत लेती है। इसलिए नहीं जलाते है। रिपोर्टर ने रात में रिक्शे की लाइट न जलाने की वजह से चालक के साथ राहगीरों को भी जान का खतरा रहता है। यह बात समझाया तो गलती मानते हुए उसने तत्काल रिक्शा की हेड लाइट ऑन कर दी।
केस-4 शराब के नशे में धुत मिला
मरियमपुर चौराहे से फजलगंज की तरफ जा रहे ई-रिक्शा को आईनेक्स्ट टीम ने शनिदेव मंदिर के पास रोका, रिपोर्टर ने जब उससे उसका नाम व रात में ई-रिक्शा की हेड लाइट न जलाने का कारण पूछा तो वह कई प्रकार के बहाने बनाने लगा। चालक के मुंह से शराब की बदबू भी आ रही थी। पुलिस से शिकायत करने की बात करने पर वह गिड़गिड़ाने लगा। जिसके बाद रिपोर्टर ने ड्रिंक कर व्हीकल चलाने की कार्रवाई और नुकसान के बारे में बताया तो वह गलती मान कर चला गया।
ई-रिक्शा से बीते दिन हुए हादसे
बीते दिनों कोहना में ई-रिक्शा की टक्कर से एक बच्ची की मौत हो गई थी।
यशोदानगर के बाद रात में अनियंत्रित ई-रिक्शा पटलने से महिला का हाथ टूट गया था, वहीं बच्ची घायल हो गई थी।
रावतपुर से सीएसए वाली सडक़ पर एक माह पूर्व रात में अंधेरे की वजह से गड््ढे से अनियंत्रित होकर रिक्शा पलटने से अधेड़ का पैर टूट गया था।
नौबस्ता गल्लामंडी के पास डेढ़ माह पूर्व लिंक रोड से अचानक निकला रिक्शा कार से टकरा गया था। जिसमें कार में काफी नुकसान हो गया था।